समाजवादी पार्टी को किसी की सलाह की जरूरत नहीं: अध्यक्ष अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ मिलकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की अपने सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की सलाह को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि सपा को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है.
लखनऊ, 5 जुलाई : समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ मिलकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की अपने सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की सलाह को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि सपा को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है. यादव ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में राजभर की सलाह के बारे में पूछे गये एक सवाल पर स्पष्ट कहा ''समाजवादी पार्टी को किसी की सलाह की जरूरत नहीं है.''
इस सवाल पर कि राजभर सपा नेतृत्व की कार्यप्रणाली को लेकर नाराज हैं, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ''अब कोई नाराज है तो मैं उसके लिये क्या कर सकता हूं. आजकल जो राजनीति दिखती है वह है नहीं. कई बार राजनीति पीछे से संचालित होती है.'' गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीटों के हाल में सम्पन्न उपचुनाव में सपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से ओमप्रकाश राजभर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के रवैये के खिलाफ मुखर हैं. यह भी पढ़ें : देश की खबरें | भूमि अधिग्रहण की गति आंकने के बाद ही बुलेट ट्रेन की समयसीमा तय होगी : आरटीआई
उन्होंने अखिलेश को वातानुकूलित कमरे से बाहर निकलकर सड़क पर संघर्ष करने की सलाह दी थी. उन्होंने कहा कि साथ ही पिछले दिनों उन्होंने यह भी कहा था कि सपा और बसपा को वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ना चाहिये. उनकी दलील थी कि जब दोनों ही दल पिछड़ों और वंचितों की लड़ाई लड़ रहे हैं तो फिर चुनाव अलग—अलग क्यों लड़ते हैं.
हालांकि सपा और बसपा ने वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था. बसपा को 10 और सपा को पांच सीटों पर कामयाबी मिली थी.