जरुरी जानकारी | सहारा समूह की नेटफ्लिक्स की ‘बैड बॉय बिलिनेयर्स’ वेबसीरीज पर रोक लगाने की मांग
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. सहारा समूह ने बृहस्पतिवार को नेटफ्लिक्स की वेबसीरीज ‘बैड बॉय बिलिनेयर्स’ पर रोग लगाने की मांग की है। साथ ही ऑनलाइन मनोरंजन कंपनी से ‘हल्के शोध और आधारहीन’ सामग्री को कार्यक्रम से हटाने के लिए सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए कहा।
नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर सहारा समूह ने बृहस्पतिवार को नेटफ्लिक्स की वेबसीरीज ‘बैड बॉय बिलिनेयर्स’ पर रोग लगाने की मांग की है। साथ ही ऑनलाइन मनोरंजन कंपनी से ‘हल्के शोध और आधारहीन’ सामग्री को कार्यक्रम से हटाने के लिए सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए कहा।
सहारा समूह का आरोप है कि नेटफ्लिक्स के इस कार्यक्रम का उद्देश्य उसकी छवि को नुकसान पहुंचाने का दिखाई देता है।
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सहारा इंडिया परिवार के प्रवक्ता ने नेटफ्लिक्स की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘पूरी फिल्म झूठ का पुलिंदा है। इसमें तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और यह नेटफ्लिक्स की सहारा समूह की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है।’’
सहारा समूह ने कहा कि वेबसीरीज में गलत तरीके से दिखाया गया है कि कंपनी चिटफंड का कारोबार करती है। साथ ही फिल्म में गलत आरोप लगाया गया है कि समूह के जमाकर्ता वास्तविक नहीं है।
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समूह ने एक बयान में कहा, ‘‘यह पूर्णतया गलत है, हम कभी भी एक चिटफंड कंपनी नहीं रहे। हम शुरुआत से ही 21 साल से भारतीय रिजर्व बैंक के नियम, फर्म और सोसायटी रजिस्ट्रार के लियमों के तहत काम कर रहे हैं। इसके बाद हमने कारपोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत काम किया और अब हमारे कर्मचारियों ने आगे कदम बढ़ाया है और कंपनी कृषि मंत्रालय के नियमन के तहत सहकारी समिति चला रहे हैं।’’
सहारा समूह ने कहा है कि सहारा की किसी भी योजना में चाहे खाता जारी है अथवा बंद चल रहा है एक पैसे की भी जब्ती नहीं हुई है। ‘‘फिल्म में दिखाया गया है कि कंपनी के एजेंट गांवों में जाना बंद कर देते हैं और जब उनका खाते में योगदान बंद हो जाता है तो खाताधारक को पत्र मिलता है कि उनकी राशि को जब्त कर लिया गया है, यह सब सहारा समूह की छवि को धूमिल करने का प्रयास है।’’
समूह ने इस श्र्रंखला को कमजोर शोध पर आधारित और वास्तविकता से परे बताते हुये फिल्म के दुनियाभर में प्रसारण पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है और नेटफ्लिक्स से सही सूचनायें जुटाने को कहा है। सही सूचनाओं को शामिल करने के बाद ही इस श्रृंखला को प्रसारित किया जाना चाहिये।
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