देश की खबरें | दुखद, निराशाजनक है कृषि विधेयकों को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलना : सुखबीर बादल
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा तीन कृषि विधेयकों के साथ जम्मू कश्मीर आधिकारिक भाषा विधेयक को दी गई मंजूरी को रविवार को ‘‘दुखद, निराशाजनक और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया।
चंडीगढ़, 27 सितंबर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा तीन कृषि विधेयकों के साथ जम्मू कश्मीर आधिकारिक विधेयक को दी गई मंजूरी को रविवार को ‘‘दुखद, निराशाजनक और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया।
एक बयान जारी कर बादल ने कहा कि देश के लिए आज ‘‘काला दिन’’ है क्योंकि राष्ट्रपति ने राष्ट्र के अंत:करण के अनुरूप काम करने से इनकार कर दिया।
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उन्होंने दावा किया कि शिअद ही किसानों की चिंता करने वाली पार्टी है ना कि भाजपा और कांग्रेस।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें बहुत उम्मीद थी कि राष्ट्रपति इन तीनों विधेयकों को अकाली दल और कुछ अन्य दलों की मांग के अनुरूप संसद को पुनर्विचार के लिए वापस देंगे।’’
बादल ने कहा कि पार्टी जल्द ही आपसी मंत्रणा के बाद अपने अगले रुख का खुलासा करेगी।
राष्ट्रपति कोविंद ने आज तीनों कृषि विधेयकों को मंजूरी दी, जिनके चलते इस समय एक राजनीतिक विवाद खड़ा हुआ है और खासतौर से पंजाब और हरियाणा के किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
गजट अधिसूचना के अनुसार राष्ट्रपति ने तीन विधेयकों को मंजूरी दी। ये विधेयक हैं- 1) किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020, 2) किसान (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) मूल्य आश्वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020 और 3) आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020।
राष्ट्रपति कोविंद ने जम्मू कश्मीर आधिकारिक विधेयक, 2020 को भी आज मंजूरी दी। इसमें जम्मू कश्मीर की आधिकारिक ओं की सूची में उर्दू और अंग्रेजी के अतिरिक्त कश्मीरी, डोगरी और हिंदी को शामिल किया गया है।
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