विदेश की खबरें | रूसी सैनिकों ने पूर्वी यूक्रेन के शहर बखमुट पर कब्जे के लिए हमले तेज किए
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

पिछले महीने से ज्यादातर लड़ाई दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन क्षेत्र में केंद्रित रही है और बखमुट के आसपास की लड़ाई के तेज होने से पता लगता है कि यूक्रेन में हफ्तों की स्पष्ट नाकामी के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध में बढ़त चाहते हैं।

बखमुट पर रूसी कब्जा हो जाने की स्थिति में क्षेत्र में यूक्रेन की आपूर्ति श्रृंखला टूट जाएगी और रूसी सेना के लिए उस क्षेत्र के प्रमुख यूक्रेनी गढ़ों पर दबाव डालने का मार्ग खुल जाएगा।

रूस बखमुट शहर पर पांच महीने से अधिक समय से रॉकेट से हमले कर रहा है। जुलाई में अपने सैनिकों द्वारा यूक्रेन को लुहान्स्क से हटने के लिए मजबूर किए जाने के बाद जमीनी हमले में तेजी आई है।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने इस सप्ताह राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि बखमुट के लिए रूस का लंबा अभियान उसकी "सनक" को प्रदर्शित करता है।

स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, बुधवार और बृहस्पतिवार को हुई गोलाबारी में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई।

इस बीच यूक्रेन की सेना ने बृहस्पतिवार को रूसी कब्जे वाले दक्षिणी शहर खेरसॉन पर हमले तेज कर दिए। ऐसी खबरें हैं कि रूस द्वारा नियुक्त अधिकारियों ने शहर छोड़ दिया है।

यूक्रेनी सेना पश्चिम से खेरसॉन को घेर रही है और नीपर नदी के पश्चिमी तट पर रूस की तलहटी पर हमला कर रही है जो इस क्षेत्र व देश को विभाजित करती है।

एपी

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