यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री जर्मन गैलुशचेंको ने कहा कि रात के समय किए गए ड्रोन और रॉकेट हमले ‘‘यूक्रेनी ऊर्जा क्षेत्र पर हाल में किए गए सबसे बड़े हमले’’ हैं जिनका लक्ष्य सिर्फ नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि पिछले साल की तरह देश की ऊर्जा प्रणाली में बड़े पैमाने पर फिर से व्यवधान पैदा करने की कोशिश करना है।’’
हमलों के कारण ‘निप्रो पनबिजली संयंत्र’ में आग लग गई जो यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान जोपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र को बिजली की आपूर्ति करता है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने शुक्रवार तड़के बताया कि संयंत्र की मुख्य 750 किलोवॉट बिजली लाइन कट गई और कम-पावर की एक बैकअप लाइन काम कर रही है।
इस संयंत्र पर रूसी सैनिकों का कब्जा है और संयंत्र के आसपास लड़ाई परमाणु दुर्घटना की आशंका के कारण लगातार चिंता का विषय बनी हुई है।
देश के जलविद्युत प्राधिकरण ने कहा कि जलविद्युत स्टेशन पर बांध टूटने का खतरा नहीं है। बांध टूटने से न केवल परमाणु संयंत्र को आपूर्ति बाधित हो सकती थी बल्कि भीषण बाढ़ का भी खतरा था जैसा कि पिछले साल हुआ था जब नीपर के नीचे काखोवका में एक प्रमुख बांध ढह गया था।
जापोरिजिया के क्षेत्रीय गवर्नर इवान फेदोरोव ने बताया कि रूसी हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम आठ लोग घायल हो गए।
खारकीव क्षेत्र में ऊर्जा सुविधाओं पर हमलों के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई और पश्चिमी यूक्रेन के क्षेत्रों में भी हमले किए गए। गृह मामलों के मंत्रालय के अनुसार, खमेलनित्सकी क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गई।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को ‘टेलीग्राम’ ऐप पर कहा, ‘‘दुनिया रूसी आतंकवादियों के लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से देखती है जिनमें बिजली संयंत्र और ऊर्जा आपूर्ति लाइन, एक जलविद्युत बांध, सामान्य आवासीय भवन, यहां तक कि एक ट्रॉलीबस भी शामिल है। रूस लोगों के सामान्य जीवन के खिलाफ लड़ रहा है।’’
रूसी अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि सीमा के पास के इलाकों में यूक्रेन की गोलाबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम तीन लोग घायल हो गए।
एपी
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