मुंबई, आठ नवंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे टूटकर 84.37 (अस्थायी) के अपने नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। विदेशी कोषों की सतत निकासी और घरेलू शेयर बाजार में नरमी के रुख से रुपये में गिरावट आई।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती का हालिया निर्णय वैश्विक वित्तीय परिदृश्य में बदलाव का संकेत देता है। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप की कर और व्यापार नीतियों की वजह से वैश्विक बाजार प्रभावित हो सकता है जिससे रुपये में फिर से अस्थिरता आ सकती है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.32 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 84.31 के उच्चस्तर और 84.38 के निचले स्तर के बीच रहने के बाद अंत में पांच पैसे की गिरावट के साथ 84.37 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 84.32 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘घरेलू बाजारों में बिकवाली और विदेशी कोषों की लगातार निकासी के कारण रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से भी रुपये पर दबाव पड़ा।’’
उन्होंने कहा, “आशंका है कि डॉलर में समग्र मजबूती और कमजोर घरेलू बाजारों के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। एफआईआई की निकासी भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, रिजर्व बैंक द्वारा किसी भी तरह का हस्तक्षेप रुपये को निचले स्तर पर सहारा दे सकता है।”
हालांकि, अमेरिकी डॉलर सूचकांक में नरमी ने रुपये में गिरावट को कम किया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा बाजार अनुमानों के अनुरूप ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती किए जाने से डॉलर में नरमी आई। फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत है और कुछ नकारात्मक जोखिम कम हो गए हैं।
अपनी नवीनतम मौद्रिक नीति घोषणा में, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी बेंचमार्क दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 4.5 प्रतिशत से 4.75 प्रतिशत की लक्ष्य सीमा तक कर दिया।
पिछले तीन सत्रों में स्थानीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 28 पैसे कमजोर हुई है।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 104.50 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.10 प्रतिशत गिरकर 74.80 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 55.47 अंक की गिरावट के साथ 79,486.32 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 51.15 अंक टूटकर 24,148.20 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 4,888.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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