Republic Day 2024: पूर्व सैनिकों की बहादुरी एवं बलिदान को प्रदर्शित करती झांकी
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कर्तव्य पथ पर निकली एक झांकी में सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों द्वारा निभाई गई अहम भूमिका को दर्शाया गया. यह झांकी ‘राष्ट्र निर्माण: पहले भी, अब भी, आगे भी और हमेशा’ की विषय वस्तु पर आधारित थी.
नयी दिल्ली, 26 जनवरी : राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कर्तव्य पथ पर निकली एक झांकी में सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों द्वारा निभाई गई अहम भूमिका को दर्शाया गया. यह झांकी ‘राष्ट्र निर्माण: पहले भी, अब भी, आगे भी और हमेशा’ की विषय वस्तु पर आधारित थी. कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह संबंधी आधिकारिक पुस्तिका में झांकी के बारे में बताया गया कि इसके आगे के हिस्से में सशस्त्र बलों के कर्मियों के जीवन के उस प्रमुख चरण को दर्शाया गया जब उन्होंने ‘‘हमारे देश की बहादुरी से हर कीमत पर रक्षा की.’’
इसमें लिखा है कि युद्ध लड़ने के आधुनिक स्वदेशी मचों की उपलब्धता और ये सक्षम बल स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि देश की सुरक्षा अभेद्य है. इसमें कहा गया कि झांकी के मध्य भाग में सशस्त्र बल कर्मियों की सक्रिय सेवा से सेवानिवृत्ति के बाद की भूमिका को प्रदर्शित किया गया. पुस्तिका में कहा गया कि पूर्व सैनिकों ने राष्ट्र निर्माण के असंख्य पहलुओं में बहुमूल्य योगदान दिया है और वे विभिन्न क्षेत्रों में देश के विकास के स्तंभ के रूप में कार्य करते हैं. यह भी पढ़ें : गुजरात में झांकी में कच्छ का धोर्डो गांव रहा मुख्य आकर्षण
झांकी में सशस्त्र बलों के जवानों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान को भी दर्शाया गया है. पुस्तिका में लिखा है, ‘‘हमारा देश और उसके सभी नागरिक हमारे सैनिकों की अदम्य भावना को सलाम करते हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा की जिम्मेदारी साझा करने के लिए उनसे प्रेरणा लेते हैं.’’