नयी दिल्ली, 23 फरवरी भारत में स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षमता बढ़कर मार्च 2025 तक 170 गीगावॉट तक पहुंचने की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने शुक्रवार को यह अनुमान जताया। इसमें बड़े पनबिजली संयंत्र शामिल नहीं हैं।
भारत की स्थापित आरई क्षमता दिसंबर 2023 में 135 गीगावॉट (एक गीगावाट बराबर 1,000 मेगावाट) थी।
बयान में कहा गया है कि आरई उत्पादन रुक-रुक कर होने की स्थिति को देखते हुए, इन स्रोतों से 24 घंटे आपूर्ति महत्वपूर्ण बनी हुई है।
एजेंसी ने सुझाव दिया कि पवन और सौर ऊर्जा परियोजनाओं के साथ ऊर्जा भंडारण प्रणालियों के जरिये इसे संभव बनाया जा सकता है।
बयान के अनुसार इक्रा को उम्मीद है कि भारत में जल ऊर्जा को छोड़कर स्थापित आरई क्षमता दिसंबर 2023 के 135 गीगावॉट से बढ़कर मार्च 2025 तक लगभग 170 गीगावॉट हो जाएगी।
नवीकरणीय क्षमता वृद्धि को चालू वित्त वर्ष में निविदा गतिविधि में महत्वपूर्ण सुधार से समर्थन मिलने की संभावना है।
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