बेंगलुरु/सिरसी, 17 जुलाई दक्षिणी राज्यों में मानसून के सक्रिय होने और लगातार बारिश होने के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने तटीय कर्नाटक के लिए ‘रेड अलर्ट’ की मियाद 18 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है।
दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में बारिश की तीव्रता कम हो गई है। इसके मद्देनजर आईएमडी ने इस क्षेत्र के लिए पूर्व में जारी ‘रेड अलर्ट’ को वापस ले लिया है लेकिन 20 जुलाई तक के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
तटीय कर्नाटक में भी 19 जुलाई के बाद बारिश की तीव्रता कम होने की उम्मीद है। मौसम विभाग का अनुमान है कि फिलहाल बारिश की तीव्रता ‘ऑरेंज’ श्रेणी में रहेगी।
इस बीच, उत्तर कन्नड़ जिले की उपायुक्त लक्ष्मीप्रिया ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण जिले में 16 जुलाई की शाम तक 26 राहत शिविर खोले गए हैं जिनमें कारवार तालुका में छह, कुमटा तालुका में छह और होन्नावर तालुका में 14 शिविर शामिल हैं। इनमें 2,368 लोगों ने आश्रय लिया है।
उन्होंने बताया कि गत 24 घंटे के दौरान तीन मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए जबकि एक मकान गंभीर रूप से और 18 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिला उपायुक्त के मुताबिक कारवार तालुका में एक मकान के ढहने से उसकी चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गयी।
बारिश की वजह से चिक्कमंगलुरु और हासन जिले भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। श्रृंगेरी में पार्किंग क्षेत्र और श्रृंगेरी मंदिर की ओर जाने वाली सड़कें अब भी जलमग्न हैं, जिससे श्रद्धालुओं के लिए मंदिर जाना असंभव हो गया है।
हासन जिले के सकलेशपुरा तालुका में माविनूर और कागिनेरे जैसे कई गांवों में बारिश के कारण अभी भी बिजली आपूर्ति बाधित है।
सकलेशपुरा की उप संभागीय अधिकारी श्रुति ने बताया कि इस क्षेत्र में भूस्खलन की घटनाएं भी लगातार हो रही हैं, तथा सकलेशपुरा और मरनहल्ली के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 75 सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
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