हैदराबाद, 13 अप्रैल रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने मंगलवार को कहा कि उसे गर्मियों के इस मौसम में भारत में स्पूतनिक V टीके की पांच करोड़ खुराकें उत्पादित किए जाने की उम्मीद है।
भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने रूस में क्लीनिकल परीक्षण और भारत में तीसरे चरण के स्थानीय क्लीनिकल परीक्षण के सकारात्मक आंकड़ों के आधार पर सोमवार को टीके के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी। भारत में इसका परीक्षण डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ मिलकर किया गया।
आरडीआईएफ के सीईओ किरील दमित्रेव ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रूस की कंपनी की पांच दवा कंपनियों के साथ समझौते के अलावा उत्पादन के लिए वे कुछ और कंपनियों के साथ समझौता करना चाहते हैं।
दमित्रेव ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि स्पूतनिक V भारत-रूसी टीका है क्योंकि स्पूतनिक V का बड़े पैमाने पर उत्पादन भारत में किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत में पांच उत्पादन साझेदारों की घोषणा की है जिनमें कुछ बड़ी भारतीय दवा कंपनियां भी हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि गर्मियों में (कुछ महीने के अंदर) पांच करोड़ से अधिक टीके प्रति महीने भारत में बनाए जाएंगे। यह हमारी योजना है।’’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ भारतीय कंपनियों ने कड़ी गुणवत्ता जांच के तहत टीके का उत्पादन शुरू कर दिया है।
डॉ. रेड्डीज और आरडीआईएफ ने स्पूतनिक V के क्लीनिकल परीक्षण के लिए सितंबर 2020 में समझौता किया था। साथ ही भारत में दस करोड़ टीका वितरण का भी कंपनी के साथ समझौता हुआ था। बाद में इस संख्या को बढ़ाकर 12.5 करोड़ कर दिया गया।
स्पूतनिक V का विकास गामेलेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ इपिडेमोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने किया है।
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