वायनाड (केरल): केरल (Kerala) में वायनाड जिले के एक रिसॉर्ट (Resort) से प्रतिबंधित नशीले पदार्थ जब्त होने के मामले में पुलिस (Police) ने मंगलवार को एक राजनीतिक हत्या (Murder) मामले के एक दोषी सहित 16 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने सोमवार देर रात एक रेव पार्टी का भंडाफोड़ करते हुए एक कुख्यात अपराधी किरमानी मनोज को हिरासत में ले लिया था, जो 2012 में माकपा (CPI(M)) के बागी नेता टीपी चंद्रशेखरन (TP Chandrasekaran) हत्याकांड का दोषी है. Kerala Shocker: आर्थिक तंगी से परेशान होकर शख्स ने पत्नी और दो बेटों की हत्या के बाद की खुदकुशी की कोशशि, केस दर्ज
पुलिस ने इसके साथ ही 15 अन्य व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया था. मनोज पैरोल पर रहने के दौरान पार्टी में शामिल हुआ था. इन सभी पर एनडीपीएस कानून, 1985 की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं. पुलिस को शक है कि गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोगों की पृष्ठभूमि आपराधिक रही है. पुलिस ने बताया कि रेव पार्टी का आयोजन कंबालाक्कड़ मोहसिन नाम के एक गैंगस्टर ने अपनी शादी की सालगिरह के जश्न के तौर पर किया था.
इस बीच, वटाकारा से विधायक के के रेमा ने आरोप लगाया कि चंद्रशेखरन के हत्यारों को राज्य में सत्तारूढ़ माकपा से संरक्षण मिल रहा है. मनोज की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चंद्रशेखरन की पत्नी रेमा ने कहा कि वह आश्चर्यचकित नहीं हैं क्योंकि यह एक ज्ञात तथ्य है कि चंद्रशेखरन हत्याकांड के दोषी माकपा के संरक्षण में रह रहे हैं.
उन्होंने संवाददातओं से कहा, ‘‘वे (दोषी) कोविड-19 महामारी के फैलने के बाद से पिछले दो वर्षों से पैरोल पर हैं.’’ उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि राज्य पुलिस की खुफिया शाखा मनोज जैसे दोषियों की गतिविधियों पर नजर रखने में विफल रही जो पैरोल पर हैं. रेमा पूर्व माकपा नेता चंद्रशेखरन द्वारा स्थापित आरएमपी की नेता हैं. चंद्रशेखरन की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं ने चार मई 2012 को हत्या कर दी थी.
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