मुंबई, 13 जनवरी शिवसेना (उबाठा) सांसद संजय राउत ने सोमवार को मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की।
यह मुलाकात महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में शिवसेना(उबाठा) द्वारा अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद विपक्षी महाराष्ट्र विकास आघाडी (एमवीए) के भविष्य को लेकर उठ रहे सवाल के बीच हुई है।
राउत ने बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान, केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित शाह द्वारा रविवार को महाराष्ट्र दौरे के दौरान पवार और शिवसेना(उबाठा) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर की गई टिप्पणियों की आलोचना की।
राउत ने कहा, ‘‘शाह मणिपुर की अनदेखी कर रहे हैं।’’ उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा का उल्लेख किया जिसमें 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।
राउत ने आरोप लगाया, ‘‘शाह ने पवार और उद्धव ठाकरे द्वारा विश्वासघात की बात कही। लेकिन मंच पर (शिरडी सम्मेलन में) मौजूद 22 भाजपा नेताओं में से 18 ने भाजपा में शामिल होने के लिए अपनी पार्टियों को धोखा दिया था। भाजपा के लगभग 80 प्रतिशत कैबिनेट मंत्रियों और 40 प्रतिशत विधायकों का विश्वासघात का इतिहास है।’’
शिवसेना(उबाठा) के राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की नींव ही विश्वासघात पर टिकी है और फिर भी शाह दूसरों को वफादारी पर उपदेश देते हैं।
राउत ने कहा, ‘‘विश्वासघात के बारे में बोलने के बजाय शाह को महाराष्ट्र के बीड और परभणी जैसी जगहों पर जो हो रहा है उस पर ध्यान देना चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री के तौर पर इन मुद्दों पर ध्यान देना उनका कर्तव्य है, लेकिन उन्होंने इन्हें नजरअंदाज करने का विकल्प चुना।’’
राउत ने शाह के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि भाजपा की चुनावी सफलता ने महाराष्ट्र में विश्वासघात की राजनीति को समाप्त कर दिया है। उन्होंने दावा किया, ‘‘भाजपा अपनी जीत को विनम्रता से स्वीकार नहीं कर सकी। हम सही समय पर बताएंगे कि महाराष्ट्र ने शाह के आगे बढ़ने में किस तरह से मदद की।’’
सूत्रों ने बताया कि पवार के सिल्वर ओक आवास पर 20 से 25 मिनट तक चली बैठक में महा विकास आघाडी (एमवीए) के भविष्य और राज्य में आगामी नगरपालिका, जिला परिषद और नगर परिषद चुनावों पर चर्चा हुई।
राउत के स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा से एमवीए की एकता पर सवाल उठ रहे हैं जिसमें शिवसेना (उबाठा), राकांपा (एसपी) और कांग्रेस शामिल हैं।
राउत से जब पवार के साथ हुई बातचीत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने विपक्षी गठबंधन या उसके भविष्य के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की और कहा कि उन्होंने शाह के राज्य दौरे और एमवीए नेताओं पर उनकी आलोचनात्मक टिप्पणियों पर चर्चा की।
राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘पवार साहब एमवीए और ‘इंडिया’ गठबंधन में हमारे नेता हैं। हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हालिया महाराष्ट्र यात्रा और पवार साहब और उद्धव ठाकरे के बारे में उनकी टिप्पणियों पर चर्चा की। मुझे इन बयानों की पृष्ठभूमि को समझने के लिए पवार साहब से मिलने की जरूरत महसूस हुई।’’
शिवसेना(उबाठा) नेता ने कहा, ‘‘शाह भाजपा नेता हैं, राष्ट्रीय नेता नहीं। उन्हें भाजपा और (शिवसेना संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे के बीच अतीत के संबंधों का अध्ययन करना चाहिए। पवार साहब पर टिप्पणी करने के बजाय, शाह को सोलापुर के मरकडवाडी का दौरा करना चाहिए ताकि उनकी पार्टी द्वारा वहां की गई अनियमितताओं को समझा जा सके।’’
पिछले महीने मरकडवाडी गांव के निवासियों ने मतपत्रों का उपयोग करके ‘‘पुनर्मतदान’’ कराने की घोषणा की, और ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह जताया। हालांकि, अधिकारियों ने उनकी योजना को विफल कर दिया।
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