Rajasthan: राजसमंद में हुआ चमत्कार! जिसे मृत मान अंतिम संस्कार किया वह हफ्ते भर बाद जीवित घर लौटा, भौचक्के रह गए लोग
राजस्थान के राजसमंद जिले में एक परिवार ने एक शव की पहचान अपने पारिवारिक सदस्य के रूप में करते हुए उसका अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन वे एक सप्ताह बाद तब भौचक्के रह गए जब वह व्यक्ति सही सलामत घर वापस लौट आया जिसे परिजनों ने मृत मान लिया था. सम्बद्ध अस्पताल ने माना है कि उसे नर्सिंग व मोर्चरी स्टाफ में तालमेल के अभाव व गलती के कारण ऐसा हुआ.
जयपुर, 27 मई. राजस्थान (Rajasthan) के राजसमंद (Rajsamand) जिले में एक परिवार ने एक शव (Dead Body) की पहचान अपने पारिवारिक सदस्य के रूप में करते हुए उसका अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन वे एक सप्ताह बाद तब भौचक्के रह गए जब वह व्यक्ति सही सलामत घर वापस लौट आया जिसे परिजनों ने मृत मान लिया था. सम्बद्ध अस्पताल ने माना है कि उसे नर्सिंग व मोर्चरी (Mortuary) स्टाफ में तालमेल के अभाव व गलती के कारण ऐसा हुआ. पुलिस ने बताया कि यह घटना राजसमंद जिले की कांकरोली (Kankroli) की है. यह भी पढ़ें- Rajasthan: खुद को ‘भगवान’ बताने वाले तपस्वी बाबा योगेंद्र मेहता ने किया 4 महिलाओं का रेप, जयपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार.
पुलिस के अनुसार शराब का आदी ओंकार लाल (40) 11 मई को बिना परिवार को बताए उदयपुर (Udaipur) चला गया और वहां उसे उसके लीवर में कुछ दिक्कत होने पर उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. उन्होंने बताया कि वहीं उसी दिन मोही इलाके से गोवर्धन प्रजापत को भी स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत के चलते 108 एंबुलेंस से आर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई और उसका शव मुर्दाघर में रखवाया गया.
कांकरोली के थाना प्रभारी योगेंद्र व्यास ने पीटीआई को बताया, ’हमें अस्पताल अधिकारियों से एक पत्र मिला कि एक शव मुर्दाघर में तीन दिन से है और कोई वारिस सामने नहीं आया है. उन्होंने बताया कि हमने शव की पहचान के लिए फोटो भी जारी किया.’