देश की खबरें | राजस्थान टीकाकरण के सभी मापदंडों में आगे, हर दिन लगा सकता है 15 लाख टीके : मुख्य सचिव
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. राजस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य कोरोना बचाव टीकाकरण के तहत निर्धारित सभी मापदंडों में बेहतर प्रदर्शन कर देश के अग्रणी राज्यों में है। यहां टीके की खुराक बेकार होने की दर भी न्यूनतम है और राज्य में प्रतिदिन 15 लाख व्यक्तियों को टीके लगाने की क्षमता विकसित कर ली गई है।
जयपुर, 24 जून राजस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य कोरोना बचाव टीकाकरण के तहत निर्धारित सभी मापदंडों में बेहतर प्रदर्शन कर देश के अग्रणी राज्यों में है। यहां टीके की खुराक बेकार होने की दर भी न्यूनतम है और राज्य में प्रतिदिन 15 लाख व्यक्तियों को टीके लगाने की क्षमता विकसित कर ली गई है।
राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने यह जानकारी दी। वह केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम ये आयोजित बैठक में हिस्सा ले रहे थे।
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार बैठक उन्होंने कहा,‘‘ कोरोना टीकाकरण के तहत निर्धारित सभी मापदंडों में राजस्थान बेहतर प्रदर्शन कर देश के अग्रणी राज्यों में है। टीके की खुराक खराब होने की दर भी न्यूनतम है।’आर्य ने प्रदेश में कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुये की जा रही तैयारियों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सम्भावित तीसरी लहर के मद्देनजर राज्य के चिकित्सा व स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे को सुदृढ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में प्रतिदिन 15 लाख व्यक्तियों को टीका लगाने की क्षमता उपलब्ध हैं, लेकिन वर्तमान में टीकों की आपूर्ति के आधार पर प्रतिदिन लगभग सवा तीन लाख व्यक्तियों को ही टीके की खुराक दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्या में टीकों के भंडारण की भी पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध है। नियमित आपूर्ति के अभाव में टीकाकरण कड़ी टूटने की आशंका रहती है।इसलिए टीकों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
वर्तमान प्रावधानों के अनुसार केन्द्रीय आपदा प्रबंधन कोष के तहत् उपलब्ध राशि में से कोरोना के लिये निर्धारित 50 प्रतिशत राशि का ही व्यय किया जा सकता हैं। मुख्य सचिव ने इसे 50 प्रतिशत से बढाकर 80 प्रतिशत करने की मांग की। उन्होने बताया कि गत वर्ष इस कोष में 1900 करोड रूपये की राशि उपलब्ध करवाई गई थी जबकि इस वर्ष 1500 करोड रूपये की राशि ही उपलब्ध करवाई गई है।
आर्य ने बताया कि राजस्थान में जिनोम सिक्वेन्सिंग की व्यवस्था की गई है एवं इस समय प्रतिदिन लगभग 20 नमूनों की जिनोम सिक्वेन्सिंग (अनुवांशिकी अनुक्रमण)की जा रही है।
पृथ्वी कुंज
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