इंफाल, 21 जुलाई मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने कहा कि रेलवे नोनी जिले में एक भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को स्थायी नौकरियां मिलने तक अनुबंधित नौकरी देगा।
गौरतलब है कि 30 जून को हुए भूस्खलन में 61 लोगों की मौत हो गयी।
इस घटना के बाद मखुआम गांव द्वारा रखी मांगों के संबंध में बुधवार को यहां पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे, नोनी जिला प्रशासन और गांव प्राधिकरण के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समझौता ज्ञापन के अनुसार, तीनों पक्ष इस घटना से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए संयुक्त सर्वेक्षण कराएंगे और इसकी रिपोर्ट मुआवजे के लिए रेलवे को सौंपी जाएगी।
रेलवे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी और मणिपुर विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों के साथ व्यापक विचार-विमर्श भी करेगा ताकि राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए त्वरित चेतावनी दी जा सके।
समझौता ज्ञापन के अनुसार, राज्य में भूस्खलन के बाद रेलवे परियोजनाओं के पर्यावरण और समाज पर पड़ने वाले असर पर भी सर्वेक्षण किया जाएगा।
राज्य सरकार ने तुपुल में रेलवे निर्माण स्थल पर भीषण भूस्खलन के 20 दिनों बाद तलाश अभियान बुधवार को आधिकारिक रूप से बंद कर दिया। इस घटना में कुल 61 लोग मारे गए। 56 शव बरामद किए गए और छह लोग अब भी लापता हैं। हालांकि, उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। घटना में 18 लोगों को बचाया गया।
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