नयी दिल्ली, 18 जून भाजपा ने लद्दाख में भारतीय जवानों की शहादत को लेकर सरकार पर निशाना साधने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बृहस्पतिवार को पलटवार किया और उन्हें भारत का अब तक का ‘सबसे गैरजिम्मेदार नेता’ करार देते हुए कहा कि वह दुष्प्रचार की राजनीति छोड़ दें।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ‘कोरोना वायरस, चीन और कांग्रेस रूपी तीन सी’ पर विजय हासिल करेगा क्योंकि यह 1962 का भारत नहीं है जब कांग्रेस सत्ता में थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने अपने विभिन्न ट्वीट के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करके ‘‘अपरिपक्व और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार’’ किया है, जबकि प्रधानमंत्री ने चीन के साथ सीमा विवाद पर शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यह दिखाना चाहते हैं कि सैनिकों को मरने के लिए निहत्था छोड़ दिया गया था।
भाजपा प्रवक्ता 1996 में भारत और चीन के बीच उस समझौते का हवाला दिया जिसमें दोनों देशों की सेनाओं पर सीमा के दो किलोमीटर के दायरे में किसी भी हथियार के उपयोग पर रोक है।
पात्रा ने कहा, ‘‘आप (राहुल) भारत के अब तक सबसे गैरजिम्मेदार नेता हैं। पढ़िए, समझिए और फिर बोलिए। अपने देश के खिलाफ होहल्ला मत मचाइए। अपनी राजनीति के लिए देश के खिलाफ निराधार और गुमराह करने वाले दावे मत करिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आपको गलत सूचना और दुष्प्रचार की राजनीति छोड़ने की जरूरत है। भारत राहुल गांधी को माफ नहीं करेगा।’’
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सभी संदेह खड़े किये थे।
पात्रा ने 2008 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच एक सहमति पत्र पर हुए हस्ताक्षर का उल्लेख करते हुए सवाल किया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस पर जवाब दें।
उनके मुताबिक तत्कालीन कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में उस वक्त महासचिव रहे शी चिनफिंग ने इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।
पात्रा ने एक खबर का हवाला देते हुए दावा किया कि इस सहमति पत्र का मकसद ‘गांधी-नेहरू परिवार और चीन की सत्तारूढ़ पार्टी के बीच संबंध का निर्माण करना था।’
भाजपा नेता आरोप लगाया कि 2017 में डोकलाम गतिरोध के समय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने चीनी राजदूत के साथ रात्रिभोज किया था और पहले कांग्रेस ने इससे इनकार किया और बाद में इसे स्वीकारा।
गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने को लेकर बृहस्पतिवार को फिर से सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि ‘हमारे सैनिकों को हथियार के बिना खतरे की ओर से किसने भेजा और इसके लिए कौन जिम्मेदार है?’
उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘चीन ने शस्त्रहीन भारतीय सैनिकों की हत्या करके बहुत बड़ा अपराध किया हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि इन वीरों को बिना हथियार के खतरे की ओर से किसने भेजा? क्यों भेजा? कौन जिम्मेदार है?’’
हक
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