BJP On Rahul Gandhi: बीजेपी ने कहा- राहुल गांधी ने आखिरकार माना कि मोदी सरकार ने कश्मीर में क्या हासिल किया

वर्ष 1991 में लाल चौक पर तिरंगा फहराने के संदर्भ में संसद में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर राहुल गांधी के कटाक्ष का जिक्र करते हुए पात्रा ने कहा कि इसी भावना के साथ ‘‘हर घर तिरंगा’’ आंदोलन शुरू किया गया था और देश में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां भारतीय ध्वज नहीं फहराया जा सकता.

BJP/Congress (Photo Credits: PTI)

नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कश्मीर (Kashmir) में लोगों द्वारा तिरंगा (Flag) फहराने के बारे में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए रविवार को कहा कि कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष ने पहली बार स्वीकार किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व वाली सरकार ने कश्मीर में क्या हासिल किया है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि ‘हिन्दुस्तान बर्बाद हो रहा है’ जैसी बातें करके विपक्षी पार्टी ‘‘नकारात्मक राजनीति’’ कर रही है.

उन्होंने दावा किया कि पूरी दुनिया भारत को एक उज्ज्वल स्थान (ब्राइट स्पॉट) मान रही है. उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने कश्मीर में जो हासिल किया है, उसे पहली बार स्वीकार करने के लिए मैं राहुल गांधी को धन्यवाद देना चाहता हूं. जम्मू एवं कश्मीर में जहां पहले तिरंगा नहीं फहराया जाता था, आज अगर कांग्रेस पार्टी को उसी क्षेत्र में हजारों तिरंगे दिख रहे हैं, तो इसके पीछे क्या कारण है, राहुल गांधी को इसके बारे में भी सोचना चाहिए.’’ Rahul Gandhi: 52 साल हो गए मेरे पास अब तक घर नहीं है, कांग्रेस अधिवेशन में बोले राहुल गांधी

उन्होंने यह भी कहा कि अगर कश्मीर में लोग अब तिरंगा उठा रहे हैं और लाल चौक पर तिरंगा है, तो यह नरेंद्र मोदी सरकार के सुशासन के कारण है. इससे पहले, राहुल गांधी ने नवा रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन में कहा कि नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर में भाजपा के महज 15-20 लोगों के साथ तिरंगा फहराया था, लेकिन ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान हमने कश्मीर के लाखों युवाओं के जरिये तिरंगा फहराया.

वर्ष 1991 में लाल चौक पर तिरंगा फहराने के संदर्भ में संसद में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर राहुल गांधी के कटाक्ष का जिक्र करते हुए पात्रा ने कहा कि इसी भावना के साथ ‘‘हर घर तिरंगा’’ आंदोलन शुरू किया गया था और देश में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां भारतीय ध्वज नहीं फहराया जा सकता.

कश्मीर के कुछ इलाकों को आतंकवाद प्रभावित बताये जाने के कांग्रेस नेता के बयान पर पात्रा ने निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय तिरंगा अब वहां भी देखा जा सकता है.

पात्रा ने यह भी कहा कि गांधी को इस पर टिप्पणी करना बंद कर देना चाहिए कि कौन ‘कमजोर’ है और कौन ‘मजबूत’. उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस पाकिस्तान को ‘कमजोर’ देश के रूप में संदर्भित कर रही है जबकि यह एक ‘आतंकवादी देश’ है और उसने भारत में आतंकवादियों को भेजा है और तबाही मचाई है.

उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक भारत की संप्रभुता का सवाल है, आज मोदी के नेतृत्व में भारत एक सक्षम देश है, जिसमें सेना को 'खुली छूट' है.’’ तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटनी का 2013 में संसद में दिए एक बयान का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि यह बयान दर्शाता है कि तत्कालीन सरकार कितनी डरपोक थी. उनके मुताबिक एंटनी ने कहा था, ‘‘मैं सच्चाई स्वीकार करने में संकोच नहीं करूंगा. सत्तर साल से भारत की नीति यही रही है कि 'अविकसित सीमाएं सबसे सुरक्षित स्थान हैं' क्योंकि चीन शक्तिशाली है.’’

पात्रा ने आरोप लगाया कि डोकलाम गतिरोध के समय जब भारतीय सैनिक देश की सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे थे, गांधी परिवार चीनी अधिकारियों से मिल रहा था. उन्होंने कहा, ‘‘हमने सोनिया (गांधी) और राहुल जी द्वारा 2008 में शी जिनपिंग के साथ किए गए समझौते को भी देखा है.’’

गांधी परिवार पर ‘बिना जिम्मेदारी निभाए’ सत्ता हासिल करने का आरोप लगाते हुए पात्रा ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया और कहा कि उन्हें '52 साल बाद इस देश को जानने के लिए एक छोटी यात्रा' करनी पड़ी, जबकि भगवा पार्टी के नेताओं ने 'प्रचारक' के रूप में अपने जीवन के शुरुआती दिनों में ही अपना घर छोड़ दिया था.

पात्रा ने कहा, ‘‘एक तरफ पूरा विश्व आज हिंदुस्तान को 'ब्राइट स्पॉट' कहने में लगा है, वहीं कांग्रेस पार्टी, 'हिंदुस्तान बर्बाद हो गया है' जैसे विषयों को अपने भाषणों में स्थान दे रही है.’’ भाजपा प्रवक्ता ने आबकारी नीति मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से पूछताछ को लेकर भी आप पर निशाना साधा और कहा कि आबकारी नीति के बारे में पार्टी नेताओं के बार-बार सवालों के बावजूद उनकी (सिसोदिया की) ओर से कोई जवाब नहीं आया.

उन्होंने कहा, ‘‘हमने आप और उसके नेताओं से पूछा था कि मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति में गुटबंदी (कार्टलाइजेशन) की अनुमति क्यों दी. इसके अलावा, हमने कुछ और स्पष्ट प्रश्न पूछे थे. हालांकि, हमें उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप नेता ‘इवेंट मैनेजमेंट’ के जरिये अपने भ्रष्टाचार को छिपा नहीं सकते.’’

राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद सिसोदिया पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय पहुंचे. पात्रा ने यह भी कहा कि आप नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ इस्तेमाल की गई का स्तर ‘‘बेहद निचले स्तर’’ का था. उन्होंने कहा, ‘‘यह घृणित है.’’

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