देश की खबरें | राहुल गांधी ने बीआरएस सरकार पर भ्रष्टाचार और जन आकांक्षाओं के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया
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हैदराबाद, 31 अक्टूबर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को के चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने तथा तेलंगाना राज्य के गठन के पीछे की जन आकांक्षाओं के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया।
कोल्लापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बीआरएस की ‘दोराला (सामंती) सरकार’ के दो बड़े निशान हैं।
उन्होंने कहा कि कालेश्वरम परियोजना बहुत बड़ा विश्वासघात रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ पैसा आपका और आपके भविष्य का है। आपके मुख्यमंत्री ने तेलंगाना के गरीबों, किसानों और मजदूरों से एक लाख करोड़ रुपये चुराये हैं।’’
कालेश्वरम परियोजना के कुछ खंभों के ‘डूब’ जाने की हाल की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि बैराज के खंभे ‘टूट’ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केवल ब्याज भरने के लिए तेलंगाना के हर परिवार को 2040 तक 31000 रुपये का बोझ उठाना होगा।
उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से नागार्जुन सागर, श्री रामसागर परियोजना समेत पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा निर्मित सिंचाई परियोजनाओं की कालेश्वरम परियोजना से तुलना करने का आह्वान किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘दोराला’ का दूसरा उदाहरण यह है कि केसीआर सरकार पिछली कांग्रेस सरकारों द्वारा गरीबों को वितरित की गयी जमीन वापस ले रही है। उन्होंने कहा कि बीआरएस सरकार की समेकित भू रिकार्ड प्रबंधन प्रणाली ‘धरनी’ कंप्यूटरीकरण के बहाने लूट का तरीका है।
उन्होंने कहा , ‘‘ तेलंगाना के लोगों का पूरा पैसा केसीआर परिवार के हाथों में जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों से चुराये गये पैसे केसीआर से वापस लेकर उसे जनता को वापस लौटायेगी।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी उन आकांक्षाओं को पूरा करेगी जिनके लिए तेलंगाना का गठन किया गया था। राहुल ने कहा कि राज्य विधानसभा के लिए चुनावी जंग ‘दोराला’ (सामंती) तेलंगाना एवं ‘प्रजाला’ (जनता की) तेलंगाना के बीच है।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोगों की इच्छाओं को ध्यान में रखकर, तेलंगाना (गठन) के सपने को पूरा किया था।
राहुल ने कहा कि लोगों और कांग्रेस का तेलंगाना राज्य का एक साझा सपना था। उन्होंने आरोप लगाया कि यह उम्मीद थी कि आम आदमी और गरीबों को अलग तेलंगाना राज्य के गठन से फायदा पहुंचेगा, लेकिन पिछले 10 वर्षों में केवल एक परिवार को फायदा हुआ।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस उन आकांक्षाओं को पूरा करेगी, जिनके लिए राज्य का गठन हुआ था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि 30 नवंबर के विधानसभा चुनाव में, लड़ाई कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के बीच है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस, भारतीय जनता पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के बीच सांठगांठ है तथा इनका लक्ष्य है कि कांग्रेस तेलंगाना चुनाव नहीं जीते।
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