देश की खबरें | राहुल ने असम पुलिस को और प्राथमिकी दर्ज करने की चुनौती दी, कहा कि वह डरेंगे नहीं

बारपेटा (असम), 24 जनवरी भीड़ को उकसाने के आरोप में गुवाहाटी पुलिस द्वारा राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य को चुनौती दी कि वे ‘‘जितना संभव हो उतने मामले’’ दर्ज करें, लेकिन फिर भी वह डरेंगे नहीं।

बारपेटा जिले में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के सातवें दिन अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में कांग्रेस नेता ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की आलोचना की और उन पर जमीन और सुपारी से संबंधित कई आरोप लगाते हुए उन्हें देश का ‘‘सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री’’ करार दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि हिमंत विश्व शर्मा को यह विचार कैसे आया कि वह मामले दर्ज करके मुझे डरा सकते हैं। जितना संभव हो, उतने मामले दर्ज करें। 25 और मामले दर्ज करें, आप मुझे डरा नहीं सकते। भाजपा-आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) मुझे डरा नहीं सकते।’’

गुवाहाटी पुलिस ने मंगलवार को राज्य की राजधानी में हिंसा के कृत्यों के लिए गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए एक प्राथमिकी दर्ज की।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने (नरेन्द्र) मोदी के खास दोस्त (गौतम) अडाणी के खिलाफ भाषण दिया और मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया। फिर मुझे संसद से बाहर निकाल दिया गया और मेरा सरकारी आवास छीन लिया गया। मैंने खुद सरकारी आवास की चाबियां दे दीं, मुझे यह नहीं चाहिए।’’

वहां मौजूद लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच गांधी ने कहा, ‘‘मेरा घर हर भारतीय नागरिक के दिल में है, मैं उनके दिल में रहता हूं। मेरे पास असम, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और अन्य सभी राज्यों में लाखों घर हैं।’’

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि असम में एक के बाद एक भ्रष्टाचार हो रहे हैं। उन्होंने शर्मा को देश का ‘‘सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री’’ करार दिया।

गांधी ने कहा, ‘‘जब वह (शर्मा) आपसे बात करते हैं, तो वह आपकी जमीन चुरा लेते हैं। जब आप सुपारी खाते हैं तो वह सुपारी कारोबार पर कब्जा कर लेते हैं। उन्होंने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में भी जमीन ली है।’’

असम के मुख्यमंत्री की पत्नी के स्वामित्व वाले मीडिया समूह का जिक्र करते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि टीवी मीडिया वही दिखाता है जो शर्मा राज्य में दिखाना चाहते हैं।

उन्होंने दावा किया, ‘‘शर्मा अमित शाह के इशारे पर चलते हैं। अगर कोई अमित शाह के खिलाफ कुछ भी कहता है तो उसे दो मिनट के भीतर शर्मा बाहर कर देते हैं। तरुण गोगोई भी मुख्यमंत्री थे लेकिन उन्होंने वही किया जो असम चाहता था। तरुण गोगोई मेरे गुरु थे, लेकिन मैंने कभी नहीं कहा उन्हें क्या करना है।’’

अपने गले में लिपटे असम की संस्कृति और पहचान के प्रतीक ‘गमोचा’ (असमिया गमछा) को दिखाते हुए गांधी ने कहा कि सत्तारूढ़ सरकार राज्य के गौरव का अपमान कर रही है।

गांधी ने कहा, ‘‘भाजपा-आरएसएस असम की , संस्कृति और इतिहास को मिटाना चाहते हैं। वे असम को नागपुर से चलाना चाहते हैं, लेकिन हम इसकी अनुमति नहीं देंगे। असम को असम से ही चलाया जाएगा।’’

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