देश की खबरें | पंजाब: आप सांसद मलविंदर कंग ने केंद्र से प्रदर्शनकारी किसानों से वार्ता करने का आग्रह किया
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चंडीगढ़, 30 दिसंबर आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगों के प्रति ‘‘लगातार उदासीनता’’ के लिए सोमवार को केंद्र सरकार की आलोचना की।
श्री आनंदपुर साहिब के सांसद ने केंद्र से आंदोलनकारी किसानों के साथ तत्काल वार्ता शुरू करने का भी आग्रह किया ताकि जारी गतिरोध को खत्म किया जा सके और किसानों की मांगें पूरी की जा सके।
यहां एक बयान में, कंग ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चिंताओं पर प्रकाश डाला। डल्लेवाल एक माह से अधिक समय से अनशन पर हैं।
कंग ने कहा, ‘‘पंजाब के लोग, किसान समुदाय के साथ-साथ जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती हालत को लेकर भी बेहद चिंतित हैं। केंद्र सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और बिना किसी देरी के किसानों के साथ वार्ता शुरू करनी चाहिए।’’
आप नेता ने यह भी बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्य सरकार द्वारा बातचीत शुरू करने के कई प्रयासों के बावजूद, ‘‘केंद्र प्रदर्शनकारी किसानों से वार्ता करने में नाकाम रहा है’’।
उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब सरकार ने किसानों के साथ वार्ता के मार्ग खोलने के लिए केंद्र सरकार को मनाने के कई प्रयास किए हैं, लेकिन केंद्र की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। यह निष्क्रियता अस्वीकार्य है।’’
कंग ने किसानों की मांगों को जल्द से जल्द हल करने के महत्व को दोहराया।
उन्होंने उच्चतम न्यायालय की एक हालिया टिप्पणी का हवाला दिया और कहा कि शीर्ष अदालत ने ‘‘प्रदर्शनकारी किसानों के साथ वार्ता की आवश्यकता पर जोर दिया है।’’
कंग ने लंबे समय से जारी आंदोलन पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने केंद्र से तत्काल कदम उठाने की अपील करते हुए कहा, ‘‘मैं केंद्र सरकार से किसानों के साथ तुरंत वार्ता करने और उनके मुद्दों को हल करने का आग्रह करता हूं... अब समय आ गया है कि केंद्र अपनी चुप्पी तोड़े और किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए सार्थक कदम उठाए।’’
डल्लेवाल का अनिश्चितकालीन अनशन सोमवार को 35वें दिन में प्रवेश कर गया और उन्होंने अपनी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है।
उन्होंने कहा है कि केंद्र को किसानों की मांगों पर ध्यान देना चाहिए।
सुरक्षाबलों द्वारा दिल्ली में प्रवेश से रोके जाने के बाद से किसान संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।
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