पुणे, 31 अक्टूबर मराठा आरक्षण समर्थक प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को महाराष्ट्र के पुणे शहर में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया और टायर जलाए। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मराठा समुदाय के सदस्य अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सिंहगढ़ रोड थाने के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने दोपहर में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर नवले पुल पर सड़क अवरुद्ध कर दी, नारे लगाए और सात .आठ टायरों में आग लगा दी।’’
उन्होंने बताया कि शुरुआत में दोनों मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोकने के बाद उसे आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया। इस बीच, पुलिस ने पुणे में मराठा समुदाय के नेताओं के आवासों और कार्यालयों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस उपायुक्त (विशेष शाखा) राजा रामास्वामी ने कहा, ‘‘हमने मराठा समुदाय से संबंधित नेताओं के घरों और कार्यालयों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है।’’
शहर के विभिन्न हिस्सों में मराठा आरक्षण के समर्थन में कई संगठनों ने आंदोलन किया।
मराठा आरक्षण आंदोलन राज्य में कई स्थानों पर हिंसक हो गया है और प्रदर्शनकारियों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सत्तारूढ़ दलों के नेताओं के आवासों में तोड़फोड़ की है। बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी के बाद धाराशिव जिले और बीड जिले के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे 25 अक्टूबर से जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में आरक्षण की मांग के समर्थन में अनिश्चितकालीन अनशन कर रहे हैं।
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