देश की खबरें | ऋतुजा लटके पर शिंदे गुट की ओर से चुनाव लड़ने का दबाव; उद्धव ठाकरे गुट का दावा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के गुट ने बुधवार को आरोप लगाया कि एकनाथ शिंदे गुट उनकी उम्मीदवार ऋतुजा लटके पर उनके चुनाव चिन्ह से अंधेरी ईस्ट सीट पर होने वाला उपचुनाव लड़ने का दबाव बना रहा है।

मुंबई, 12 अक्टूबर उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के गुट ने बुधवार को आरोप लगाया कि एकनाथ शिंदे गुट उनकी उम्मीदवार ऋतुजा लटके पर उनके चुनाव चिन्ह से अंधेरी ईस्ट सीट पर होने वाला उपचुनाव लड़ने का दबाव बना रहा है।

सीट पर तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं। ऋतुजा के पति व शिवसेना के दिवंगत विधायक रमेश लटके की मृत्यु के कारण इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। जून में शिवसेना में हुए दो फाड़ के बाद यह ना सिर्फ पहला चुनाव है बल्कि शिवसेना के ठाकरे तथा शिंदे नीत गुटों के लिए शक्तिप्रदर्शन का पहला सार्वजनिक मौका भी है।

गौरतलब है कि 29 जून को ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (कांग्रेस-शिवसेना-राकांपा गठबंधन) गिरने के बाद भाजपा की मदद से एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और देवेन्द्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में 30 जून को शपथ ली।

ऋतुजा ने बुधवार को कहा कि उनकी मुख्यमंत्री शिंदे से मुलाकात नहीं हुई है और कहा कि वह उद्धव ठाकरे गुट के चुनाव चिन्ह ‘मशाल’ पर ही चुनाव लड़ेंगी।

यहां, पत्रकारों से बातचीत में महाराष्ट्र के पूर्वमंत्री व ठाकरे गुट के नेता अनिल परब ने दावा किया कि बृहन्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के ‘के वार्ड’ से प्रशासनिक अधिकारी के पद से ऋतुजा का इस्तीफा मंजूर नहीं किया जा रहा है ताकि उनपर शिंदे गुट के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का दबाव बनाया जा सके।

पार्टी के एक नेता ने पहले कहा था कि अगर ऋतुजा का इस्तीफा दो दिनों में स्वीकार नहीं होता है तो वह 14 अक्टूबर तक चुनाव के लिए पर्चा नहीं भर सकेंगी।

परब ने कहा कि ऋतुजा इस मामले में उच्च न्यायालय गयी हैं और विश्वास जताया है कि वह शिवसेना के ठाकरे नीत गुट की वफादार बनी रहेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘अंधेरी ईस्ट सीट शिवसेना का है। हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। अगर ऋतुजा लटके चुनाव लड़ने में असफल रहती हैं तो आपको हमारी आगे की कार्रवाई का पता चलेगा।’’

परब ने यह भी कहा कि ऋतुजा चुनाव मैदान से बाहर रहने या शिंदे गुट की ओर से चुनाव लड़ने के लिए बनाए जा रहे दबाव के आगे नहीं झुकेंगी।

उन्होंने कहा कि बीएमसी के आयुक्त आई. एस. चहल ऋतुजा का इस्तीफा स्वीकार नहीं किए जाने की कोई वजह नहीं बता रहे हैं।

परब ने कहा कि ऋतुजा ने दो सितंबर को इस्तीफा दे दिया था और हाल में उन्हें बताया गया कि उनका त्यागपत्र उचित प्रारूप में नहीं था। उन्होंने बताया, जिसके बाद उन्होंने फिर से इस्तीफा दिया जिसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है।

पत्रकारों ने जब ऋतुजा से पूछा कि क्या उनपर दबाव है, उन्होंने पलटकर सवाल किया, ‘‘क्या आपको ऐसा लगता है?’’

उन्होंने भरोसा जताया कि बीएमसी उनका इस्तीफा जल्दी स्वीकार कर लेगा।

बीएमसी आयुक्त कार्यालय के बाहर ऋतुजा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मेरे दिवंगत पति की तरह मेरी वफादारी भी उद्धव ठाकरे के प्रति है।’’

उपचुनाव में कांग्रेस और राकांपा शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट का समर्थन कर रहे हैं।

हालांकि, भाजपा द्वारा मुर्जी पटेल को चुनाव मैदान में उतारे जाने की उम्मीद है।

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