
नयी दिल्ली, दो अप्रैल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने के उद्देश्य से सात अप्रैल से पुर्तगाल और स्लोवाकिया की चार दिवसीय यात्रा पर जाएंगी।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मुर्मू पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा के निमंत्रण पर सात से आठ अप्रैल तक पुर्तगाल का दौरा करेंगी।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘पुर्तगाल की यह यात्रा 27 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है, और ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पुर्तगाल राजनयिक संबंधों की पुनः स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।’’
इससे पहले 1998 में तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायणन पुर्तगाल गए थे।
मुर्मू पुर्तगाल के राष्ट्रपति के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगी। वह पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर-ब्रैंको से भी मिलेंगी।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘भारत और पुर्तगाल के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं, जो वर्षों में विकसित होकर एक आधुनिक, बहुआयामी और गतिशील साझेदारी में बदल गए हैं, जिसकी विशेषता सहयोग के कई क्षेत्रों में मजबूत विकास और विस्तार है।’’
बयान में कहा गया कि यह यात्रा पुर्तगाल के साथ भारत के बढ़ते संबंधों को और अधिक गति प्रदान करेगी।
पुर्तगाल से मुर्मू स्लोवाकिया की यात्रा करेंगी। वह नौ से 10 अप्रैल तक स्लोवाकिया में रहेंगी।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति मुर्मू स्लोवाकिया के राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी और प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति की राजकीय यात्रा भारत द्वारा स्लोवाकिया के साथ द्विपक्षीय संबंधों को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है। यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत तथा व्यापक बनाने का अवसर प्रदान करेगी।’’
दोनों देशों में राष्ट्रपति मुर्मू भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत करेंगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)