देश की खबरें | प्रधानमंत्री का भाषण विपक्षी एकता को लेकर भाजपा की चिंता को दर्शाता है : चौधरी

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र माने जाने वाले प्रदेश के मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता विजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को दावा किया कि भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिया गया भाषण पिछले हफ्ते यहां विपक्षी दलों की ‘सफल’ बैठक के बाद भाजपा खेमे में पैदा हुई ‘चिंता’ का दर्शाता है।

पटना, 27 जुलाई बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र माने जाने वाले प्रदेश के मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) नेता विजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को दावा किया कि भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिया गया भाषण पिछले हफ्ते यहां विपक्षी दलों की ‘सफल’ बैठक के बाद भाजपा खेमे में पैदा हुई ‘चिंता’ का दर्शाता है।

चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि सामान नागरिक संहिता (यूसीसी) के जरिए मोदी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘पहले भाजपा के लोग कहते थे कि विपक्षी नेता आपसी मतभेदों की वजह से कभी साथ बैठने को तैयार नहीं होंगे लेकिन 23 जून को पटना में हुई बैठक ने उनके दावे को खारिज कर दिया। जिस तरह से प्रधानमंत्री ने विपक्षी एकता के बारे में बात की, वह उनकी चिंता को दर्शाता है और यह हमारे विपक्षी एकता अभियान की सफलता का प्रमाण है।’’

नीतीश कुमार ने पिछले साल भाजपा से नाता तोड़ लिया था और वह आगामी लोकसभा चुनाव में सभी विरोधी दलों को एकजुट करके भगवा दल को हराने की मुहिम चला रहे हैं। इसी की कड़ी में पिछले सप्ताह एक दर्जन से अधिक विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने पटना में एक बैठक की थी। उक्त बैठक में कांग्रेस के साथ जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडु जैसे दूर-दराज इलाके की पार्टियां, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों जैसे कट्टर प्रतिद्वंद्वी एक मंच पर दिखे थे। बैठक में विपक्षी दलों ने शिमला में जुलाई में अगली बैठक बुलाने का फैसला किया।

चौधरी ने यह इंगित किया कि भाजपा अक्सर उन लोगों के साथ हाथ मिला लेती है जिनपर वह भ्रष्टाचार का आरोप लगाती है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ प्रधानमंत्री की नाराजगी में ‘‘कुछ भी नया नहीं’’था।

बिहार के मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘ बिहार में सत्ताधारी ‘महागठबंधन’ जैसे भाजपा विरोधी दलों और गठबंधनों को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा चुन-चुन कर निशाना बनाना अब सामान्य बात हो गई है। यह जनता देख रही है।’’

वंशवाद का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का उल्लेख किया गया था। इस आरोप पर चौधरी ने कहा कि महागठबंधन को उन लोगों का विश्वास प्राप्त है जो अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारे इन गठबंधन सहयोगियों का नेतृत्व कौन करता है। प्रधानमंत्री ने कोई नया खुलासा नहीं किया है ।

प्रधानमंत्री के उस दावे कि लोकसभा चुनाव से पहले जनता का मूड भाजपा के पक्ष में है, पर कटाक्ष करते हुए चौधरी ने कहा, ‘‘उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भी यही कहा था। उनकी पार्टी उन क्विंटलों फूलों की पंखुड़ियों को जो भाजपा ने प्रचार के दौरान उन पर बरसाई थीं के बराबर सीट भी जीत नहीं सकी।’’

चौधरी ने कहा, यूसीसी ‘‘सांप्रदायिक रूप से बहुत ही संवेदनशील मामला है और भाजपा द्वारा शीर्ष स्तर पर इस मुद्दे को उठाया जाना उसकी चिंता को इंगित करता है।

अनवर

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