नयी दिल्ली, 12 जुलाई डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम को सोमवार को अपने शेयरधारकों से 16,600 करोड़ रुपये का देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम लाने की मंजूरी मिल गयी। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक स्रोत ने यह बताया।
शेयरधारकों ने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम के दौरान 12,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे दी है और द्वितीयक शेयरों की बिक्री के साथ कुल 16,600 करोड़ रुपये हासिल होंगे।
स्रोत ने कहा, "शेयरधारकों ने असाधारण आम सभा (ईडीएम) में सभी प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। शेयरधारकों ने आईपीओ के दौरान पूंजी जुटाने और 12,000 करोड़ रुपये तक के नये शेयर जारी करने की मंजूरी दे दी। द्वितीयक शेयरों की बिक्री के साथ कुल 16,600 करोड़ रुपये हासिल होंगे।"
पेटीएम को ई-मेल के जरिए भेजे गए सवाल का अब तक जवाब नहीं मिला है।
शेयरधाकों ने यह प्रस्ताव भी पारित किया कि कि कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्ता को कंपनी के ‘प्रवर्तक’ के रूप में मान्यता नहीं दी जाएगी पर वह पेटीएम के चेयरमैन, प्रबंध निदेशक और मुख्य अधिशासी अधिकारी बने रहेंगे।
स्रोत के अनुसार आईपीओ के बाद कंपनी का बाजार मूल्यांकन बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपए से 2.2 लाख करोड़ रुपए के बीच हो सकता है। इसके बाद पेटीएम के देश की 10 शीर्ष सूचीबद्ध वित्तीय सेवाओं में शामिल होने की उम्मीद है।
कंपनी इस हफ्ते आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कर सकती है।
अब तक सबसे बड़े आईपीओ का रिकार्ड कोल इंडिया के नाम था। उसने 2010 की अंतिम तिमाही में करीब 15,500 करोड़ रुपये जुटाए थे।
पेटीएम में अलीबाबा के एंट ग्रुप की हिस्सेदारी 29.71 प्रतिशत, जापान के साफ्ट बैंक की 19.63 प्रतिशत, एसएआईएफ पार्टनर्स की 18.56 प्रतिशत और विजय शेखर शर्मा की 14.67 प्रतिशत है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)