मुंबई, 18 अक्टूबर राकांपा नेताओं ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के सतारा में भारी बारिश के बीच दिये गये प्रसिद्ध भाषण को एक साल पूरा होने के मौके पर याद किया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह भाषण चुनाव पूर्व की राजनीतिक गतिविधियों में निर्णायक मोड़ साबित हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से महज तीन दिन पहले 18 अक्टूबर को मुंबई में एक रैली को संबोधित किया था, वहीं पवार लोकसभा उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार के प्रचार के सिलसिले में सतारा में थे।
जब पवार भाषण शुरू ही करने वाले थे तो भारी बारिश शुरू हो गयी। पवार को छाता दिया गया लेकिन उन्होंने लेने से मना कर दिया और कहा कि इंद्रदेव ने राकांपा पर आशीर्वाद बरसाया है तथा सतारा चुनावों में जादू करेगा।
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पवार ने उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार श्रीनिवास पाटिल के प्रचार में रैली की थी। पाटिल ने भाजपा उम्मीदवार और छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयनराजे भोंसले के खिलाफ चुनाव लड़ा था और बाद में विजयी हुए। इससे पहले मई में हुए लोकसभा चुनाव में भोंसले ने राकांपा के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था और भाजपा को शिकस्त दी थी, लेकिन बाद में वह भाजपा में शामिल हो गये।
पिछले साल विधानसभा चुनावों के साथ ही सतारा लोकसभा के लिए उपचुनाव हुए थे।
बारिश में भाषण देते हुए पवार की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गये थे।
माना जाता है कि इस भाषण से राकांपा को पुणे में बड़ी सफलता मिली और उसने 2014 के चुनाव के मुकाबले सात विधानसभा सीटें अधिक यानी कुल 10 सीटों पर जीत हासिल की।
राकांपा के अनेक नेताओं ने रविवार को सोशल मीडिया पर भाषण को याद किया।
पवार की बेटी और बारामती से लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने ट्विटर पर लिखा कि मैदान में डटे रहकर सभी परिस्थितियों में बहादुरी से लड़ने के लिए जरूरी शक्ति बन गये थे पवार।
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