टेलीविजन पर प्रसारित भाषण में हसन नसरल्ला ने क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य तैनाती का जिक्र करते हुए कहा कि “भूमध्य सागर में आपके बेड़े... हमें नहीं डरा सकेंगे। हिजबुल्ला सभी विकल्पों के लिए तैयार है।”
नसरल्ला ने कहा कि उसकी ताकतवर मिलिशिया सीमा पर इजराइल के साथ अभूतपूर्ण लड़ाई में जुटी हुई है। उसने क्षेत्र में संघर्ष और तेज होने की धमकी भी दी।
भाषण में नसरल्ला ने यह घोषणा नहीं की कि हिजबुल्ला पूरी तरह से इजराइल-हमास युद्ध में शामिल हो रहा है। उसने धमकी दी कि लेबनान-इजराइल सीमा पर लड़ाई अब तक देखे गए स्तर तक "सीमित नहीं" रहेगी।
इससे पहले, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार करते हुए कहा था कि जब तक हमास क्षेत्र में बंधक बनाए गए लोगों को आजाद नहीं करता, तब तक इजराइल वहां आक्रामक सैन्य कार्रवाई के साथ आगे बढ़ता रहेगा।
नेतन्याहू ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात के कुछ देर बाद यह टिप्पणी की। ब्लिंकन ने गाजा में मानवीय स्थितियों में सुधार के लिए इजराइल से अस्थाई संघर्ष-विराम पर सहमत होने का आग्रह किया था। उन्होंने इजराइल से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के हर संभव उपाय करने को भी कहा था।
नेतन्याहू ने संवाददाताओं को जारी एक बयान में कहा कि इजराइल ने "अपनी पूरी ताकत" के साथ लड़ाई जारी रखी है और वह "एक ऐसे अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार करता है, जिसमें उसके बंधकों की रिहाई शामिल नहीं है।"
हमास आतंकवादियों ने इजराइल पर सात अक्टूबर पर किए अप्रत्याशित हमले के दौरान लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)