विदेश की खबरें | हमारा देश युद्ध जीतेगा: यू्क्रेन के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र में कहा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दो वर्ष पूरे हो गए हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में देशों से यूक्रेन के साथ एकजुट होने की अपील की। कुलेबा ने कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं तो ‘‘देर के बजाए जीत जल्दी ही मिलेगी।’’

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दो वर्ष पूरे हो गए हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन में देशों से यूक्रेन के साथ एकजुट होने की अपील की। कुलेबा ने कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं तो ‘‘देर के बजाए जीत जल्दी ही मिलेगी।’’

इस पर संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वैसिले नेबेंजिया ने अपने देश के तर्क को दोहराया कि उसने संघर्ष शुरू नहीं किया था।

उन्होंने पश्चिमी देशों को युद्ध भड़काने का जिम्मेदार ठहराया, साथ ही अरोप लगाया कि यूक्रेन पश्चिमी भूराजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का मोहरा बना है।

नेबेंजिया ने कहा कि लक्ष्य हासिल होने तक रूस के ‘‘विशेष सैन्य अभियान’’ जारी रहेंगे।

संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद युद्ध के दो वर्ष पूरे होने पर विचार विमर्श के लिए मंत्रिस्तरीय बैठकें कर रहे हैं, वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिका से अतिरिक्त सैन्य सहायता का अनुरोध कर रहे हैं। पूर्वी यूक्रेन पर रूस बलों के अधिक क्षेत्रों पर कब्जा करने के बीच यूक्रेन को अपनी रक्षा के लिए अधिक हथियार और धनबल की आवश्यकता है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कुलेबा ने याद दिलाया कि 140 से अधिक देशों ने यूक्रेन का समर्थन करने वाले और रूसी सेनाओं को वापस लेने के आह्वान वाले प्रस्तावों का समर्थन किया था लेकिन ‘‘मास्को का उद्देश्य यूक्रेन को नष्ट करना है और वे इसके बारे में खुल कर बोलते हैं।’’

उन्होंने कहा कि अब जो देश कह रहे हैं कि यूक्रेन को रूस के साथ बातचीत करनी चाहिए और युद्ध समाप्त करना चाहिए उन्हें ‘‘या तो सही जानकारी नहीं है’’ या फिर उन्होंने 2014 के बाद की घटनाओं पर गौर नहीं किया जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था और पूर्वी यूक्रेन में सशस्त्र विद्रोह का समर्थन किया। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि तब दोनों देशों ने लगभग 200 दौर की बातचीत की थी और 20 संघर्ष विराम समझौते किये थे।

उन्होंने कहा कि शांति के सभी प्रयास रूस की ओर से दो वर्ष पूर्व आक्रमण करने के साथ ही समाप्त हो गए।

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