देश की खबरें | विपक्षी सदस्यों ने तवांग की झड़प पर संसद में चर्चा पर जोर दिया

नयी दिल्ली, 14 दिसंबर कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने संसद में साझा रणनीति तय करने के लिए बुधवार को बैठक की और अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत एवं चीन के सैनिकों के बीच झड़प के संदर्भ में दोनों सदनों में चर्चा कराने पर जोर दिया।

कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई इस बैठक में खरगे के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टीआर बालू, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और कुछ अन्य दलों के नेता शामिल हुए।

बैठक में तृणमूल कांग्रेस सदस्य शामिल नहीं हुए। इस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुदीप बंदोपाध्याय विपक्ष की बैठक में शामिल होने वाले थे, लेकिन अस्वस्थ होने के कारण शामिल नहीं हो सके और इस बारे में विपक्षी नेताओं को अवगत करा दिया गया था।

विपक्षी सदस्यों ने तवांग में झड़प का विषय बुधवार को दोनों सदनों में उठाया और चर्चा की मांग की, हालांकि आसन से चर्चा की अनुमति नहीं मिली। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट किया।

सूत्रों के अनुसार यह फैसला किया गया है कि विपक्ष की तरफ से इस संदर्भ में साझा बयान जारी किया जाएगा।

विपक्षी पार्टियां आगे की रणनीति तय करने के लिए बृहस्पतिवार को संसद भवन में फिर से बैठक करेंगी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा को बताया था कि चीन के सैनिकों ने नौ दिसंबर को तवांग सेक्टर में यांग्त्से क्षेत्र में यथास्थिति बदलने का एकतरफा प्रयास किया जिसका भारत के जवानों ने दृढ़ता से जवाब दिया और उन्हें लौटने के लिए मजबूर किया।

रक्षा मंत्री ने यह भी सूचना दी थी कि इस झड़प में किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है और उनसे इस तरह की कार्रवाई के लिये मना किया गया है।

उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना ने सोमवार को बताया था कि भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें ‘‘दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए।’’

पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच गत शुक्रवार को इस संवेदनशील सेक्टर (तवांग) में एलएसी पर यांग्त्से के पास झड़प हुई।

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