महाराष्ट्र में साइबर उत्पीड़न के खिलाफ ऑनलाइन अभियान शुरू, लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा की घटनाओं में देखी गई वृद्धि
महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने साइबर उत्पीड़न और सोशल मीडिया पर परेशान करने वालों से निपटने के लिए युवा लड़कियों और महिलाओं को शिक्षित एवं प्रशिक्षित करने के वास्ते एक ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किया है. उन सभी को साइबर सखियां नाम से प्रमाणपत्र दिया जाएगा.
मुंबई, 23 जुलाई: महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने साइबर उत्पीड़न (Cyber Harassment) और सोशल मीडिया पर परेशान करने वालों से निपटने के लिए युवा लड़कियों और महिलाओं को शिक्षित एवं प्रशिक्षित करने के वास्ते एक ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किया है. आयोग की सदस्य सचिव आस्था लूथरा ने कहा कि आयोग ने घरेलू हिंसा के मामलों की शिकायत करने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक अभियान शुरू किया है. लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा की घटनाओं में वृद्धि देखी गई .
लूथरा ने एक बयान में कहा कि साइबर उत्पीड़कों और सोशल मीडिया पर परेशान करने वालों से निपटने के लिए, मंगलवार को एक कार्यक्रम शुरू किया गया है. इस कार्यक्रम के तहत राज्य भर में 50 से अधिक वेबिनार आयोजित किए जाएंगे जिनमें युवा लड़कियों और महिलाओं को शिक्षित किया जाएगा.
उन सभी को साइबर सखियां नाम से प्रमाणपत्र दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि औसतन महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (Maharashtra State Women's Commission) को महीने में लगभग 800 शिकायतें मिलती हैं. राज्य में लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद से यह संख्या कम हुई है.