नयी दिल्ली, 15 नवंबर इजराइल और गाजा के बीच जारी संघर्ष भारत- पश्चिम एशिया- यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) के लिए एक चुनौती है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को यह बात कही. आईएमईसी की परिकल्पना परिवहन दक्षता बढ़ाने और लॉजिस्टिक लागत कम करने के लिए की गई है. आईएमईसी को सबसे आशाजनक संपर्क परियोजनाओं में एक बताते हुए सीतारमण ने कहा कि इससे इसमें शामिल सभी देशों को फायदा होगा, क्योंकि यह परिवहन दक्षता को बढ़ाती है, लॉजिस्टिक लागत को कम करती है, आर्थिक एकता बढ़ाती है, रोजगार पैदा करती है.
उन्होंने कहा कि परियोजना से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन घटेगा और एक स्वच्छ, सुरक्षित, बेहतर दुनिया बनाने में मदद मिलेगी. उन्होंने यहां हिंद-प्रशांत क्षेत्रीय संवाद को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हालांकि, इससे साथ भू-राजनीतिक चुनौतियां भी जुड़ी हैं और इजराइल तथा गाजा के बीच चल रहा संघर्ष इसकी एक चिंताजनक अभिव्यक्ति है.’’ सितंबर में नयी दिल्ली में आयोजित 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान आईएमईसी पर हस्ताक्षर किए गए थे.
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