शनिवार को मौसम में सुधार के बाद सुरक्षाबलों और गोताखोरों की मदद से बचावकर्मियों ने तलाश अभियान चलाया।
पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और उनका पानी गहरे भूरे रंग का हो गया है, जिससे मलबे को देख पाना और भी मुश्किल हो रहा है।
नेपाल के चितवन जिले के सिमलताल इलाके में नारायणघाट-मुगलिंग मार्ग पर 54 यात्रियों को लेकर जा रही दो बसें भूस्खलन की चपेट में आने के बाद उफनती त्रिशूली नदी में बह गई थीं।
पहले यह जानकारी मिली थी कि दोनों बसों में 60 से ज्यादा लोग सवार हैं।
पुलिस के अनुसार नेपाली सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिसकर्मियों के साथ-साथ गोताखोर तलाश अभियान फिर से शुरू कर रहे हैं।
बीरगंज से काठमांडू की ओर जा रही एक बस में सात भारतीय नागरिकों सहित 24 लोग सवार थे वहीं काठमांडू से गौर जा रही दूसरी बस में 30 लोग सवार थे। नेपाल पुलिस के प्रवक्ता दान बहादुर कार्की ने बताया कि तीन यात्री तैरकर सुरक्षित निकल आये, जबकि 50 अब भी लापता हैं।
पुलिस अधिकारी के अनुसार तलाश अभियान में 500 से अधिक सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
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