अहमदाबाद, 27 फरवरी दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल के दिनों में भारत की बड़ी जीत को कम कर के आंकने की कोशिश करने वाले आलोचकों पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा कि कौशल की जगह पिच को अहमियत देने से उन्हें कोई परेशानी नहीं है।
अश्विन ने शुक्रवार को कई ट्वीट करके कहा था एक विशेष विचार को ‘बढ़ावा (विपणन)’ देने के साथ मुद्दा बनाया जा रहा है।
टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट पूरे करने वाले इस गेंदबाज ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ मैं चीजों को सही संदर्भ में अहमियत नहीं देने से बिल्कुल परेशान नहीं हूं, क्योंकि कम से कम पिछले एक दशक से यही हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि मैंने कल कुछ ट्वीट किये थे। मुझे लगता है कि लोगों को यह जानना चाहिये कि किस संदर्भ में चीजें हो रही हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने मुझे संदेश भेजा और कहा कि मैच दो दिन में खत्म हो गया है।’’
जब एक ब्रिटिश पत्रकार ने पूछा कि क्या उन्हें लगता है कि मोटेरा में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे मैच के लिए इस्तेमाल की गई पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए अच्छी थी, तो अश्विन अपने त्वरित जवाब में सवाल दागते हुए कहा, ‘‘मेरे पास एक सवाल है। क्रिकेट की अच्छी सतह (पिच) क्या है?’’
पत्रकार ने फिर कहा, ‘‘सवाल मैं पूछ रहा हूं... बल्ले और गेंद के बीच अच्छा मुकाबला?’’
अश्विन ने कहा, ‘‘ अच्छी पिच से क्या मतलब है? कौन इसे परिभाषित करता है? पहले दिन सीम और फिर अच्छी तरह से बल्लेबाजी करना और फिर आखिरी दो दिनों में स्पिन करना। इन सभी नियमों को कौन बनाता है, हमें इस बहस को खत्म करने की जरूरत है और जो भी तस्वीर बनाने की कोशिश की जा रही है उसके बारे में बात नहीं करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप पूछ रहे हैं कि क्या यह एक अच्छी पिच है, तो मैंने यह नहीं देखा कि इससे इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी को कोई परेशानी है। वे अपने खेल में सुधार करना चाहते हैं, वे ऐसे देखते हैं प्रतिस्पर्धी क्रिकेट हो।’’
इस पत्रकार ने उनसे फिर पूछा, ‘क्या अगले मैच में भी आपको ऐसी पिच की उम्मीद है?’’
अश्विन ने कहा, ‘‘ यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या उम्मीद करते है, हम एक अच्छे क्रिकेट मैच की उम्मीद कर रहे है।’’
अश्विन का मानना है कि उन लोगों को समझाना मुश्किल है कि जो मैच नहीं खेले हैं लेकिन तीसरे व्यक्ति के दृष्टिकोण के आधार पर एक राय बनाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने गुलाबी गेंद से जो तीन मैच खेले हैं उनका क्या, सभी मुकाबले तीन दिन के अंदर खत्म हुए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जब कोई पिच को लेकर कोई विचार बनाता है तो मुझे नहीं पता कि क्या कहा जाये। शायद उन्होंने गुलाबी गेंद से कोई टेस्ट मैच भी नहीं खेला है।’’
अश्विन ने कहा कि लोग खुद की राय बनाने की जगह किसी और बातों को अधिक महत्व दे रहे है।
अश्विन से जब पूछा गया कि क्या उन्हें युवराज सिंह की ट्वीट से निराशा हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर ऐसी पिचें अनिल कुंबले और हरभजन सिंह को मिली होती तो उन्होंने क्रमश: 1500 और 800 विकेट लिये होते है।
अश्विन ने कहा, ‘‘ मेरे ट्वीट का संदर्भ किसी विशेष व्यक्ति के साथ नहीं था। जब मैंने युवी पा (युवराज) का ट्वीट पढ़ा को मैं बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुआ क्योंकि मुझे पता नहीं चला कि वे हम से कुछ कहना चाहते हैं या सुझाव देना चाहते हैं।’’
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