भुवनेश्वर, 23 अगस्त : ओडिशा विधानसभा में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन हंगामा हुआ और इस दौरान विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस दोनों ने गंजाम जिले में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत की घटना को लेकर आबकारी मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन के इस्तीफे की मांग की. सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर जैसे सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई तो बीजद और कांग्रेस के विधायक आसन के निकट आ गए और आबकारी मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए नारे लगाने लगे. उन्होंने गंजाम और राज्य के अन्य हिस्सों में नकली शराब की अवैध बिक्री के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को जिम्मेदार ठहराया. बीजद की मांग पर राज्य सरकार पहले ही गंजाम जिले में शराब पीने से हुई दो लोगों की मौत की घटना की जांच मंडल राजस्व आयुक्त (आरडीसी) से कराने की घोषणा कर चुकी है, लेकिन क्षेत्रीय पार्टी (बीजद) ने नैतिक आधार पर आबकारी मंत्री को हटाने की मांग की है. गंजाम जिले के चिकिटी इलाके में सोमवार रात कथित जहरीली शराब पीने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य का बरहमपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
जब विपक्षी सदस्य सदन परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान बीजद के दो विधायकों ने आसन पर चढ़ने की कोशिश की, जिसके कारण उन्हें सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. विपक्षी दल की महिला विधायकों ने सीढ़ियों के रास्ते विधानसभा अध्यक्ष के आसन तक जबरन जाने की कोशिश की. सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर सदन की कार्यवाही पुनः शुरू हुई और सरकार तथा विपक्ष दोनों इस मुद्दे पर चर्चा कराने पर सहमत हो गए. विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने मौजूदा सरकार और शराब माफिया के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘सरकार शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई सहित कई कदम उठाने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत में मौजूदा सरकार पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं के नाम बदलने के अलावा कुछ नहीं कर सकती.’’ यह भी पढ़ें : नेकां और कांग्रेस में अधिकतर सीट को लेकर बंटवारे पर सहमति बनी, शेष सीट के लिए बातचीत जारी: उमर
कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदम ने कहा, ‘‘शराब से जुड़ी घटना में दो लोगों की मौत के बाद आबकारी मंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.’’ मंगलवार को सत्र के दूसरे भाग की शुरुआत से ही व्यवधान पैदा करने के लिए भाजपा विधायक पूर्ण सेठी ने विपक्ष की आलोचना की.
आबकारी मंत्री का बचाव करते हुए सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि हरिचंदन ने अस्पताल में जाकर प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनके उचित इलाज की व्यवस्था की. सरकार ने आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और बहरमपुर के आबकारी अधीक्षक का तबादला भी कर दिया है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शराब की अवैध बिक्री के खिलाफ अभियान शुरू किया है जिसके तहत 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.