विदेश की खबरें | उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ संवाद और सहयोग करने वाले संगठन समाप्त किए

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. सरकारी मीडिया ने मंगलवार को उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के हवाले से कहा कि वह अब अपने प्रतिद्वंद्वी के साथ सुलह का प्रयास नहीं करेंगे।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

सरकारी मीडिया ने मंगलवार को उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के हवाले से कहा कि वह अब अपने प्रतिद्वंद्वी के साथ सुलह का प्रयास नहीं करेंगे।

उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने बताया कि दक्षिण कोरिया के साथ संवाद और सहयोग से जुड़ी एजेंसियों को समाप्त करने का फैसला सोमवार को देश की संसद की एक बैठक में लिया गया।

‘सुप्रीम पीपुल्स असेंबली’ ने एक बयान में कहा कि दोनों कोरिया देशों के बीच अब ‘‘गंभीर टकराव’’ है और उत्तर कोरिया के लिए दक्षिण कोरिया को कूटनीति में एक भागीदार मानना बड़ी गलती होगी।

असेंबली ने कहा, ‘‘उत्तर-दक्षिण कोरिया संवाद, वार्ता और सहयोग के लिए बनायी गयी देश के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन की समिति, राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग ब्यूरो और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन प्रशासन को रद्द किया जाता है।’’

संसद में एक भाषण के दौरान किम ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका पर क्षेत्र में तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के लिए दक्षिण कोरिया के साथ सुलह और शांतिपूर्ण पुनर्मिलन पर बातचीत करना असंभव हो गया है।

केसीएनए ने कहा कि किम ने संसद से उसकी अगली बैठक में उत्तर कोरिया के संविधान में संशोधन करते हुए दक्षिण कोरिया को ‘‘सबसे बड़े शत्रु देश’’ के रूप में परिभाषित करने का आह्वान किया है।

एपी

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\