बेंगलुरु, 25 सितंबर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव लाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि यह हर छह महीने पर लाया जाना चाहिए क्योंकि यह सरकार को मजबूत बनाये रखता है।
कर्नाटक विधानसभा में शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव और इस बारे में चर्चा होने की संभावना है।
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है। ’’
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘उन्हें (विपक्ष को) यह लाने दीजिये...। ’’
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मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हर छह महीने पर एक बार जरूर अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए, ताकि मैं अगले छह महीने तक सुरक्षित रहूं। ’’
येदियुरप्पा नीत सरकार के खिलाफ विपक्षी कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव संबंधी एक नोटिस को विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने बृहस्पतिवार को स्वीकार लिया। यह घटनाक्रम एक और राजनीतिक उथल-पुथल का संकेत देती है।
विपक्षी नेता सिद्धरमैया ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था।
उन्होंने दावा दिया है कि सरकार सभी मोर्चों पर नाकाम रही है और राज्य की जनता तथा विधानसभा ने इस पर विश्वास खो दिया है क्योंकि भ्रष्टाचार चरम पर है, विकास थम गया है और राज्य की वित्तीय हालत बदतर हो गई है।
सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस के कदम को एक राजनीतिक छलावा करार दिया है और कहा कि विपक्षी पार्टी के पास संख्या बल की कमी है।
जनता दल (सेक्युलर) नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बारे में उनकी पार्टी से मशविरा नहीं किया और उन्होंने इस तरह के कदम के पीछे गंभीरता के बारे में संदेह जताया।
गौरतलब है कि 225 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के 116, कांग्रेस के 67, जद(एस) के 33 और बसपा का एक सदस्य हैं। दो निर्दलीय विधायक, एक मनोनीत सदस्य हैं और एक स्पीकर हैं।
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