देश की खबरें | महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कमी से कोविड-19 के किसी मरीज की मौत नहीं हुई
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पुणे, 23 जुलाई महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान राज्य में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके कारण किसी मरीज की मौत नहीं हुई थी।
टोपे ने नेशनल कोल्ड चेन अनुसंधान केन्द्र के एक छात्रावास के उद्घाटन के अवसर पर संवाददाताओं से यह बात कही।
उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य में चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी के कारण कोविड-19 के किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। ऐसी मौतें देश के अन्य राज्यों में हो सकती हैं।’’
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने मंगलवार को संसद में कहा था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य अथवा केन्द्र शासित प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी मरीज की मौत नहीं हुई थी। इसको लेकर विपक्ष और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सरकार की कड़ी आलोचना की थी।
टोपे ने कहा कि राज्य में प्रति दिन कोविड-19 रोधी टीके की करीब 3.5 लाख खुराकें लगाई जा रही हैं, जबकि उसकी क्षमता एक दिन में टीके की 10 लाख खुराक लगाने की है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “ मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात कर महाराष्ट्र के लिए टीके की और अधिक खुराकों की मांग करूंगा। इसके लिए मैंने भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को साथ आने के लिए कहा है।”
राज्य में स्कूलों को दोबारा खोले जाने पर टोपे ने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के निर्देशों का पालन करेगी जोकि यह निर्धारित करता है कि शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के टीकाकरण के बाद ही शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोला जा सकता है।
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