पटना, 1 नवंबर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रियों द्वारा राज्य की गठबंधन सरकार की उपलब्धियों का इस्तेमाल अपने-अपने दलों की छवि चमकाने के लिए करने पर बुधवार को नाखुशी जताई. कुमार ने बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड के 11वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। इस कार्यक्रम में उन्होंने लगभग 14,000 करोड़ रुपये की बिजली परियोजनाओं का अनावरण किया। राज्य में सात दलों के महागठबंधन की सरकार है.
जनता दल (यू) के नेता एवं बिजली मंत्री बिजेंद्र यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तथा राजस्व व भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता समेत अन्य लोगों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की. कुमार ने किसी का नाम लिए बिना कहा, "मैंने देखा है कि मेरे कई मंत्री सुर्खियां बटोरने के चक्कर में सरकार के अच्छे काम का श्रेय अपनी ही पार्टियों को दे देते हैं। यह उचित नहीं है. जब भी मैं बिहार में किए गए किसी अच्छे काम का जिक्र करता हूं तो मैं इसे अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि के रूप में नहीं बताता हूं.
इसी तरह, सभी मंत्रियों को यह याद रखना चाहिए कि उन्हें समग्र रूप से सरकार को श्रेय देना चाहिए न कि अपनी पार्टियों को." जद (यू) और राजद के अलावा, राज्य मंत्रिमंडल में कांग्रेस के मंत्री भी हैं। कुमार की पार्टी पिछले साल भाजपा के साथ नाता तोड़कर बहुदलीय महागठबंधन में शामिल हो गई थी. विपक्ष अक्सर दावा करता रहा है कि महागठबंधन के घटक दलों में विश्वास की कमी है.
अपने भाषण में, कुमार ने अपने मंत्री बिजेंद्र यादव की भी प्रशंसा की, जिन्होंने करीब दो दशकों से बिजली विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)