नयी दिल्ली, सात दिसंबर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा तेलंगाना के निजामाबाद में युवाओं की भर्ती करने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षित करने की साजिश रचने को लेकर एक और आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
नोसाम मोहम्मद यूनुस इस मामले में 17वां आरोपी है, जिसके खिलाफ एनआईए द्वारा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि आरोपपत्र हैदराबाद की एक विशेष एनआईए अदालत में दाखिल किया गया।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि यूनुस पीएफआई का प्रशिक्षित कैडर है, जो 2047 तक भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए पीएफआई की साजिश में शामिल था। उन्होंने कहा कि वह हिंसक आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को प्रेरित करने और कट्टरपंथी बनाने में लिप्त था।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘एनआईए ने पाया कि आरोपी युवाओं की भर्ती करने और उन्हें पीएफआई हथियार प्रशिक्षण शिविरों में हथियार प्रशिक्षण देने में शामिल था, जो विशेष रूप से गुप्त तरीके से इस उद्देश्य के लिए आयोजित किया गया था।’’
मामला शुरू में पिछले साल जुलाई में तेलंगाना के निजामाबाद जिले में दर्ज किया गया था। एनआईए ने एक महीने बाद तेलंगाना पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली और पिछले साल दिसंबर में 11 आरोपियों के खिलाफ पहला आरोपपत्र और मार्च में पांच आरोपियों के खिलाफ दूसरा आरोपपत्र दाखिल किया।
प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए, पीएफआई और उसके कई सहयोगियों की भारत विरोधी गतिविधियों की जांच कर रही है, जिन्हें पिछले साल सितंबर में गृह मंत्रालय द्वारा ‘‘गैरकानूनी संगठन’’ घोषित किया गया था।
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