देश की खबरें | एनआईए ने खालिस्तानी आतंकवादी के प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पंजाब में आतंकवाद की साजिश के मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने सोमवार को खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ लिंडा तथा कुख्यात अपराधी बचितार सिंह उर्फ पवित्र बटाला के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
नयी दिल्ली, 23 दिसंबर पंजाब में आतंकवाद की साजिश के मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने सोमवार को खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ लिंडा तथा कुख्यात अपराधी बचितार सिंह उर्फ पवित्र बटाला के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
पंजाब के गुरदासपुर जिले का निवासी जतिंदर सिंह उर्फ ज्योति जुलाई 2024 में हथियारों के आपूर्तिकर्ता बलजीत सिंह उर्फ राणा भाई की गिरफ्तारी के बाद से फरार था।
उसे एनआईए के सघन तकनीकी और जमीनी प्रयासों के बाद सोमवार को मुंबई से गिरफ्तार किया गया था।
आतंकवाद-रोधी एजेंसी ने जतिंदर की पहचान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के विदेश स्थित सदस्य लांडा द्वारा गठित आतंकवादी गिरोह के एक सदस्य और बटाला के एक सहयोगी के रूप में की है। बटाला भी लांडा का करीबी सहयोगी है।
एनआईए की जांच के अनुसार जतिंदर सिंह पंजाब में लांडा और बटाला के जमीनी सहयोगियों को हथियार प्रदान कर रहा था।
एनआईए द्वारा जारी बयान के अनुसार, जतिंदर मध्य प्रदेश के आपूर्तिकर्ता बलजीत सिंह उर्फ राणा भाई से हथियार खरीद रहा था। राणा का नाम हाल में इस मामले में दायर आरोपपत्र में दर्ज किया गया था।
जांचकर्ताओं ने यह भी खुलासा किया कि जतिंदर सिंह मध्य प्रदेश से 10 पिस्तौल लाया था और उनकी आपूर्ति पंजाब में लांडा तथा बटाला के सहयोगियों को की थी।
बयान में कहा गया है कि उसने मध्य प्रदेश से पंजाब में और अधिक हथियारों की तस्करी करने की साजिश रची थी, लेकिन पिछले कई महीनों में एनआईए के तलाशी अभियानों के कारण उसकी साजिश नाकाम हो गई।
इसमें कहा गया कि जतिंदर की गिरफ्तारी हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक आदि की तस्करी और भारतीय धरती पर आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए वित्तपोषण को रोककर आतंकवादियों और अपराधियों के गठजोड़ को खत्म करने के एनआईए के प्रयासों की दिशा में एक बड़ा कदम है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)