औरेया दुर्घटना मामले में एनएचआरसी ने उप्र सरकार को जारी किया नोटिस
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नयी दिल्ली, 22 मई राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने औरेया सड़क हादसे में मारे गए लोगों के शव और घायलों को अधिकारियों द्वारा एक ही वाहन में ले जाए जाने की खबरों के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार को एक नोटिस जारी किया है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक बयान में कहा कि यह पाया गया है कि यह ‘‘ अधिकारियों का बेहद अनैतिक एवं अमानवीय रवैया’ है कि प्रवासी मजदूरों को उसी वाहन में जाने को कहा गया, जिसमें शव ले जाए जा रहे थे।

उसने कहा, ‘‘ उत्तर प्रदेश के औरेया जिले में पंजाब और राजस्थान के ट्रकों के बीच टक्कर में कथित तौर पर 26 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी और 30 से अधिक घायल हो गए थे।’’

इलाहाबाद में एनएचआरसी ने कहा कि इसके बाद मृतकों और घायलों को एक ही ट्रक में ले जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिस पर नाराजगी देखते हुए अधिकारियों ने शवों को एम्बुलेंस में डाला।

बयान में कहा कि घायल लोग केवल शारीरिक रूप से ही घायल नहीं थे बल्कि हादसे की वजह से गहरे सदमे में भी थे। इस दर्दनाक स्थिति में, उन्हें उसी वाहन में बैठने को कहा गया जिसमें हादसे में मारे गए लोगों के शव थे।

उसने कहा कि ऐसा पाया गया कि जन सेवक ‘‘ स्थिति से समझदारी से निपटने में विफल रहे और गरीब मजदूरों की गरिमा के अधिकार का उल्लंघन करते हुए उन्होंने क्रूर तरीके से कार्रवाई की।’’

एनएचआरसी ने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर उन्हें चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट दायर करने को कहा गया है।

उसने कहा कि रिपोर्ट के व्यापक होने की उम्मीद है, जिसमें अपराधी अधिकारियों के खिलाफ उठाए गए कदमों और राज्य अधिकारियों द्वारा पीड़ित प्रवासी मजदूरों तथा उनके परिवार को प्रदान की गई राहत या पुनर्वास की जानकारी दी जाएगी।

उसने कहा कि आयोग घायल प्रवासी मजदूरों की हालत और उनके इलाज के संबंध में भी जानकारी चाहता है।

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