आरामबाग (पश्चिम बंगाल), 2 अक्टूबर : पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि वह झारखंड से अनुरोध करेंगी कि वह क्षेत्र में बाढ़ की समस्या दूर करने के लिए उनकी सरकार के साथ विचार-विमर्श से एक योजना तैयार करे. बनर्जी ने हुगली जिले के आरामबाग में बाढ़ राहत शिविर में पत्रकारों से कहा कि वह केंद्र से बाढ़ को रोकने के लिए एक ‘मास्टर प्लान’ तैयार करने का अनुरोध करेंगी. उन्होंने कहा, ‘‘यह मानव निर्मित बाढ़ है. मैं झारखंड से हमारे साथ विचार-विमर्श करके एक योजना तैयार करने का अनुरोध करूंगी.
बाढ़ आने से रोकने के लिए केंद्र से एक मास्टर प्लान तैयार करने का अनुरोध करेंगे. अगर झारखंड में बांधों से गाद की सफाई की गई होती तो बंगाल को ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता.’’ बाढ़ प्रभावित कुछ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बनर्जी ने कहा कि पिछले दो दिनों में पश्चिम बंगाल सरकार को सूचित किए बगैर पीएसयू डीवीसी से पांच लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ने से राज्य में बाढ़ आयी. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में बारिश के बाद बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, बांकुड़ा, हुगली, बीरभूम, हावड़ा और पूर्व तथा पश्चिम बर्दवान में स्थिति गंभीर है. यह भी पढ़ें : Jharkhand: चाईबासा में एक ही परिवार के बच्चे समेत चार लोगों की निर्मम हत्या
उन्होंने बताया कि बाढ़ से राज्य के चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं और राज्य सरकार उन्हें राहत मुहैया करा रही है.उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ के 50 बचाव एवं राहत दल प्रभावित इलाकों में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि पानी तेजी से कम होगा.’’