आगरा (उप्र), 19 मई उत्तर प्रदेश के आगर में आयोजि 41वें "हुनर हाट" का उद्घाटन बृहस्पतिवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने किया। यहां जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
विज्ञप्ति के अनुसार 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आये 800 से ज्यादा दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के हस्तनिर्मित उत्पादनों का प्रदर्शन आगरा के शिल्पग्राम, ताजगंज में 18 से 29 मई तक आयोजित 41 वें ‘हुनर हाट’ में किया जा रहा है।
आगरा में 12 दिनों तक चलने वाले इस "हुनर हाट" के उद्घाटन के अवसर पर नकवी ने कहा कि, "लकवाग्रस्त नीतियों" की बीमारी से देश को बाहर निकाल कर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, "सुशासन का इंस्टीट्यूशन और समावेशी विकास का मिशन" बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी ने आपदा के समय भी देश को आफत से बचाया है, दुनिया भर की आर्थिक तंगी और मंदी के दौरान भी देश व देशवासियों की सुरक्षा-सुविधा को किसी भी हाल में कमजोर नहीं होने दिया।
नकवी ने कहा कि "वोकल फॉर लोकल", "स्वदेशी", "आत्मनिर्भर भारत", "एक भारत श्रेष्ठ भारत" के दर्शन का प्रांगण है "हुनर हाट"। उन्होंने कहा कि "हुनर हाट", देश की सदियों पुरानी कला-कौशल की विरासत के "संरक्षण, संवर्धन का सार्थक प्रकल्प" है।
केंद्रीय मंत्री के अनुसार "हुनर हाट" ने जाति, क्षेत्र, धर्म की सीमाओं को तोड़ कर पिछले छह वर्षों में समाज के सभी वर्गों के लगभग 10.50 लाख दस्तकारों, शिल्पकारों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराये हैं, जिनमें 50 प्रतिशत से अधिक महिला कारीगर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि देश की विलुप्त हो रही कला को "हुनर हाट" से नयी पहचान मिली है। लोगों की जबरदस्त हौसलाअफजाई, "हुनर हाट" की सफलता का प्रमुख कारण है।
गौरतलब है कि आगरा में आयोजित "हुनर हाट" में मिट्टी, कांच, लकड़ी, बांस, बेंत, पीतल, ताम्बे, रॉट आयरन, चन्दन आदि से बने उत्पादनों के प्रदर्शन के अलावा यहां बनाई गई "विश्वकर्मा वाटिका" में देश के जाने-माने और उभरते कलाकार प्रस्तुति देंगे।
"मेरा गांव, मेरा देश" (फ़ूड कोर्ट) में एक ही जगह पर पूरे भारत के लज़ीज़ व्यंजनों को परोसा जा रहा है।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे।
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