खेल की खबरें | मेरा खेल सामान्य है, आक्रामक बल्लेबाजी करो और फिर एक रन लो: रिचा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Sports at LatestLY हिन्दी. न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत की हार के दौरान 65 रन की तेजतर्रार पारी खेलने वाली युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष ने कहा कि वह आक्रामक खेल खेलने और स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाते रहने को प्राथमिकता देती हैं।
क्वीन्सटाउन, 15 फरवरी न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत की हार के दौरान 65 रन की तेजतर्रार पारी खेलने वाली युवा विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष ने कहा कि वह आक्रामक खेल खेलने और स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाते रहने को प्राथमिकता देती हैं।
इस 18 वर्षीय ने 64 गेंद में छह चौकों और एक छक्के की मदद से 65 रन की पारी खेली जिससे भारत छह विकेट पर 270 रन बनाने में सफल रहा। कप्तान मिताली राज ने भी नाबाद 66 रन बनाए लेकिन न्यूजीलैंड ने एक ओवर शेष रहते तीन विकेट से जीत दर्ज की।
रिचा ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘जब मैं पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रही थी तो मेरी भूमिका बदली नहीं थी। मुझे साझेदारी बनानी थी और टीम की जरूरत के अनुसार आक्रमण करना था तथा मैंने ऐसा ही किया। मेरा खेल सामान्य था, आक्रमण करो और एक रन लो तथा खेलना जारी रखो। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले मैच में मैं 20 रन (22 रन) के आसपास बनाकर आउट हो गई, मेरी मानसिकता यही है कि टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कैसे करूं और टीम को अच्छे स्कोर तक कैसे ले जाऊं।’’
भारतीय पारी का आकर्षण मिताली और रिचा के बीच पांचवें विकेट के लिए 108 रन की साझेदारी रही। रिचा ने कहा कि उन्होंने सलामी बल्लेबाजों साभिनेनि मेघना (49) और शेफाली वर्मा (24) के अच्छे काम को आगे बढ़ाया जिन्होंने 11.1 ओवर में 61 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई।
रिचा ने कहा, ‘‘विकेट अच्छा था और हमें अच्छी शुरुआत मिली तथा मैंने इसे आगे बढ़ाने के बारे में सोचा। विकेट गिरने के बाद मेरी मानसिकता साझेदारी करने की थी, हमने एक लक्ष्य हासिल करने का प्रयास किया जो हम अंतत: हासिल करने में सफल रहे।’’
बंगाल की इस खिलाड़ी ने कहा कि टी20 विश्व कप के बाद उन्होंने अपने विकेटकीपिंग कौशल पर अधिक ध्यान देना शुरू किया।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले मैं एक विकेटकीपर के रूप में अपने विकेटकीपिंग कौशल पर अधिक ध्यान नहीं देती थी लेकिन टी20 विश्व कप के बाद मैंने अपनी विकेटकीपिंग पर बल्लेबाजी से अधिक ध्यान दिया।’’
रिचा ने कहा, ‘‘मैं अपने क्षेत्ररक्षण कोच जॉय सर के साथ काम करती हूं, फिर विकेटकीपिंग करती हूं और फिर बल्लेबाजी। इसके बाद फिर विकेटकीपिंग करती हूं और फिर हम बात करते हैं कि मैं कैसे सुधार कर सकती हूं।’’
रिचा ने साथ ही कहा कि आस्ट्रेलिया और महिला बिग बैश लीग में प्रदर्शन से उन्हें मदद मिली।
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