एमवीए सरकार ने आपदा को अवसर में बदला: मुख्यमंत्री उद्धव के तौर पर दो साल पूरे होने पर ठाकरे ने कहा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार के दो साल के कार्यकाल का ज्यादातर हिस्सा कोविड-19 के प्रबंधन में बीता और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) इस आपदा को अवसर में बदलने में कामयाब रही.
मुंबई, 28 नवंबर : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार के दो साल के कार्यकाल का ज्यादातर हिस्सा कोविड-19 के प्रबंधन में बीता और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) इस आपदा को अवसर में बदलने में कामयाब रही. बतौर मुख्यमंत्री दो साल पूरे करने के अवसर पर दिए गए एक बयान में ठाकरे (61) ने उनकी सरकार के सभी प्रयासों में उनका समर्थन करने के लिए लोगों का धन्यवाद किया और कहा कि यह “जनता की सरकार” है. ठाकरे रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के बाद से एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, “मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हम घबराए नहीं और हमारा ध्यान आम आदमी के कल्याण पर रहा. पिछले दो वर्ष का अधिकांश हिस्सा कोविड-19 प्रबंधन में चला गया. संकट को अवसर में बदलने में हम सफल हुए.”
उन्होंने दावा किया कि दो साल पहले की स्वास्थ्य, चिकित्सा सुविधाओं और अवसंरचनाओं में और अब बहुत बड़ा अंतर देखने को मिलता है. महाराष्ट्र विधानसभा के 2019 के चुनाव के बाद ठाकरे नीत शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे पर लंबे समय से अपनी सहयोगी रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन तोड़ लिया था. इसके बाद उसने एमवीए सरकार के गठन के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया. ठाकरे ने कहा कि वैश्विक महामारी से निपटते वक्त उनकी सरकार एवं प्रशासन में कोई नकारात्मकता नहीं थी. यह भी पढ़ें : Uttar Pradesh: गलत तरीके से एक शख्स को बार-बार आरोपी बनाने पर कोर्ट ने डीजीपी, एसएसपी को किया तलब
उन्होंने कहा, “हमने औद्योगिक निवेश, कृषि आधारभूत संरचना, आवास, रोजगार, जलापूर्ति, सौर ऊर्जा, पर्यावरण, वन और पर्यटन क्षेत्र में सुधार के लिए कड़ी मेहनत की है और सरकार के प्रयासों से आम आदमी का कल्याण कैसे सुनिश्चित होगा, इस पर ध्यान दिया गया है.” मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फुले कृषि ऋण माफी योजना के तहत किसानों का 20,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया है. ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार ने अस्पतालों को 2,600 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए और 14.4 लाख लोगों को महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के तहत मुफ्त में इलाज दिया गया.