ठाणे, 16 सितंबर नवी मुंबई में एक अज्ञात व्यक्ति के शव के अंग मिलने के कुछ दिनों बाद, पुलिस ने पीड़ित की पहचान उसके कटे हुए हाथ पर बने टैटू की मदद से की है और हत्या के आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आरोपी सुमितकुमार हरीशकुमार चौहान (27) ने कुछ दिन पहले रवींद्र रमेश मंदोटिया (30) की बेरहमी से हत्या कर दी थी और उसके शरीर के अंगों को काटकर फेंक दिया था।
नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त बिपिन कुमार सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 12 सितंबर को, नवी मुंबई के वाशी एपीएमसी इलाके में प्लास्टिक की थैली में पैक दो हाथ और पैरों सहित शरीर के विभिन्न अंग मिले थे।
हालांकि सिर समेत शरीर के अन्य हिस्से गायब थे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने एपीएमसी थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाना) के तहत मामला दर्ज किया है।
सिंह ने कहा, ''पुलिस के पास पीड़ित की पहचान करने के लिए ज्यादा सामग्री नहीं थी, सिवाय 'रवींद्र' नाम और कटे हुए हाथ पर बने भगवान हनुमान के टैटू को छोड़कर। यह एक चुनौतीपूर्ण मामला था। पीड़ित, उसके शव के शेष अंगों और आरोपी का पता लगाने के लिए कई पुलिस टीमों का गठन किया गया था।''
मामले की जांच के लिए टीमों को ठाणे, रायगढ़, मुंबई और नवी मुंबई भेजा गया था। उन्होंने कहा कि नवी मुंबई पुलिस आयुक्तालय को मिली गुमशुदगी की शिकायतों के विवरण का विश्लेषण किया गया।
उन्होंने कहा, ''जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि एक सफाई कर्मचारी रविंद्र मंदोटिया अपने घर से लापता हो गया है और इस संबंध में कोपरखैरने पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज की गई थी। उसके परिवार के सदस्यों को पीड़ित और कटे हुए अंगों की पहचान करने के लिए बुलाया गया था। उन्हें टैटू वाला हाथ दिखाया गया था। उन्होंने पुष्टि की कि शरीर के अंग मंदोटिया के हैं।''
इसके बाद, पुलिस ने कई सुरागों पर काम किया और अन्य पहलुओं के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज की जांच की तथा चौहान को गिरफ्तार कर लिया।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ''पूछताछ के दौरान, चौहान ने पुलिस को बताया कि उनके और पीड़ित के बीच एक वित्तीय विवाद था। मंदोटिया को जान से मारने की अपनी योजना के तहत, चौहान ने नौ सितंबर को उसका गला काट दिया और बाद में उसके शरीर को कई टुकड़ों में काटकर फेंक दिया । उसने इन हिस्सों को प्लास्टिक के एक बैग में पैक करके एपीएमसी क्षेत्र में फेंक दिया, जबकि सिर और कुछ अन्य हिस्सों को महापे इलाके में दफन कर दिया गया।”
पुलिस ने बाद में शरीर के बाकी हिस्सों को बरामद कर लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 14 सितंबर को गिरफ्तार किए गए आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 22 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
सहायक पुलिस आयुक्त (वाशी संभाग) विनायक वस्त ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस अपराध में और लोग शामिल हैं।
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