रमजान के मौके पर मस्जिद की बजाय घर पर ही नमाज अदा करें मुस्लिम समुदाय के लोग : अजित पवार
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मुंबई, 22 अप्रैल महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुये मुस्लिम समुदाय के लोगों को रमजान के दौरान मस्जिद अथवा किसी अन्य सार्वजनिक स्थान की बजाय अपने घर पर ही नमाज अदा करनी चाहिये ।

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये देश में जारी मौजूदा लॉकडाउन तीन मई तक जारी रहेगा ।

इस हफ्ते शुरू होने वाले रमजान के मुबारक मौके पर मुसलमानों को बधाई देते हुये पवार ने कहा, 'मुस्लिम भाइयों को नमाज, तरावी :रात में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज:, सहरी एवं इफ्तार अपने घरों में ही करना चाहिये, न कि मस्जिद एवं सार्वजनिक स्थानों पर ।'

राकांपा के वरिष्ठ नेता ने बयान जारी कर भरोसा जताया कि देश के लोगों की एकता से कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में ​जीत दर्ज करने में मदद मिलेगी ।

राज्य के वित्त मंत्री ने कहा कि मुसलमानों ने लॉकडाउन के दौरान अनुशासन का पालन किया है और उन्हें रमजान के महीने में भी ऐसा लगातार करना चाहिये ।

डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों, सरकारी कर्मचारियों एवं पत्रकारों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरों पर पवार ने चिंता जतायी और उनलोगों से आग्रह किया कि ड्यूटी करते हुये अपना ध्यान रखें ।

महाराष्ट्र में कोविड—19 के बढ़ते मामले का हवाला देते हुये पवार ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग स्थिति की गंभीरता समझने के लिये तैयार नहीं हैं ।

उन्होंने कहा, ‘'वायरस इसलिये फैल रहा है कि कुछ नागरिक सड़कों पर आ रहे हैं । लोगों को अपने घरों में रहना चाहिये।'’

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