मुंबई, 26 अक्टूबर : महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा है कि मुंबई में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और वायु गुणवत्ता में सुधार होने में दो महीने तक का समय लगेगा. केसरकर ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) मुख्यालय में बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि धूलकण मुंबई में वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण हैं. केसरकर मुंबई के संरक्षक मंत्री भी हैं. बीएमसी ने बुधवार को निर्माण स्थलों और वायु प्रदूषण के अन्य स्रोतों के लिए वायु प्रदूषण रोकथाम दिशानिर्देश जारी किए.
केसरकर ने कहा, ‘‘अब यह कार्रवाई शुरू कर दी गई है और आने वाले एक या दो महीनों में आपको इसके परिणाम देखने को मिलेंगे.’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने इस मुद्दे का अध्ययन के लिए एक समिति गठित की है और इस पर काम शुरू हो गया है. केसरकर ने कहा कि मुंबई में बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को लागू करने वाली कंपनियां वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए की गई पहल में भाग लेने पर सहमत हो गई हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई के नागरिकों को स्वच्छ हवा मुहैया कराना सरकार की जिम्मेदारी है.’’ शिक्षा विभाग का जिम्मा संभालने वाले केसरकर ने यह भी बताया कि ‘मादक पदार्थ-मुक्त मुंबई’ पहल शुरू की गई है. यह भी पढ़ें : Uttarakhand: आदि कैलाश से लौट रही कार पिथौरागढ़ घाटी में गिरी, 6 तीर्थयात्रियों की मौत
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य मुंबई शहर को सुंदर, स्वस्थ और खुशहाल बनाना है इसलिए शहर को नशा मुक्त रखना जरूरी है. हम इस अभियान में विद्यालयों और महाविद्यालयों के साथ-साथ उनके छात्रों को भी शामिल करेंगे. पूरे मुंबई के 452 विद्यालयों और महाविद्यालयों को इसमें शामिल किया जाएगा.’’ उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देशानुसार पूरे महाराष्ट्र में मादक द्रव्यों के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान के दौरान 250 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं जब्त की गई हैं. मुंबई में अवैध बैनर को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में केसरकर ने कहा कि राज्य सरकार बैनर लगाने के लिए नियम लाएगी.