भोपाल, 12 सितंबर : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन जिले में न्यायिक हिरासत में 35 वर्षीय एक आदिवासी व्यक्ति की मौत के पांच दिन बाद राज्य सरकार ने रविवार को खरगोन जिले के पुलिस अधीक्षक को हटा दिया. बिस्टान पुलिस द्वारा डकैती के मामले में गिरफ्तार गए बिसन नामक व्यक्ति की सात सितंबर को उप-जेल में मौत होने के बाद प्रदेश सरकार ने चार पुलिसकर्मियों और एक जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया था.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को बयान जारी कर कहा, ‘‘पिछले दिनों खरगोन जिले के बिस्टान में हुई घटना में एक युवक की मृत्यु हो गई थी. हमने पहले ही कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. लेकिन मामले में सही निगरानी न होने के कारण हमने खरगोन पुलिस अधीक्षक (शैलेन्द्र सिंह चौहान) को भी हटाने का फैसला लिया है.’’ यह भी पढ़ें : Gujarat New CM: भूपेंद्र पटेल होंगे गुजरात के नए मुख्यमंत्री, बीजेपी विधायक दल की बैठक में फैसला
उन्होंने कहा, ‘‘घटना की न्यायिक जांच हो रही है. न्यायिक जांच के आधार पर जो तथ्य आएंगे, उन तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे. ऐसी हर घटना को हम गंभीरता से लेते हैं.’’ इस मामले में प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सीबीआई जांच कराने मांग की है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि बिसन की मौत पुलिस प्रताड़ना से हुई.