पुणे में कोविड-19 के अधिकतर मामले झुग्गियों से हैं: अधिकारी
यह जानकारी अधिकारियों ने मंगलवार को दी।
पुणे, 14 अप्रैल मुंबई में धारावी झुग्गी बस्ती की तरह पुणे के भवानी पेठ और कस्बा विश्रामबाग क्षेत्र स्थित झुग्गियां कोरोना वायरस हॉटस्पॉट (संक्रमण से ज्यादा प्रभावित क्षेत्र) के तौर पर सामने आयी हैं और कोविड-19 के सामने आये 300 से अधिक मामलों में से अधिकतर यहीं से हैं।
यह जानकारी अधिकारियों ने मंगलवार को दी।
अधिकारियों ने कहा कि भवानी पेठ, कस्बा विश्रामबाग स्थित घनी आबादी वाली झोपड़पट्टियों और ढोल पाटिल वार्ड कार्यालय क्षेत्र से कोविड-19 के कम से कम 158 मामले सामने आये हैं।
नगर निकाय ने कहा कि सोमवार तक पुणे जिले में कुल 34 मौतों हुई हैं जिनमें से 11 मौतें केवल भवानी पेठ क्षेत्र में हुई हैं, जिसमें कुछ झुग्गी-झोपड़ी भी शामिल हैं।
पुणे जिले में कोविड-19 से चार और मौतें होने से मंगलवार को मृतक संख्या बढ़कर 38 हो गई।
पुणे नगर निगम (पीएमसी) आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने पीटीआई से कहा कि भवानी पेठ और अन्य निकटवर्ती पेठ (संकरी गलियों वाले पुराने भीड़भाड़ वाले इलाके) को कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक के लिए सील कर दिया गया है और ‘कंटेनमेंट जोन’ में तब्दील कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘वायरस के प्रसार पर रोक के लिए रोकथाम उपायों के तहत हमारी स्वास्थ्य टीम इन इलाकों में घर घर सर्वेक्षण कर रही हैं। इन टीमों ने संकरी गलियों स्थित घरों से अब तक ऐसे 300 से अधिक लोगों का पता लगाया है जिनमें मामूली लक्षण हैं। इनकी संक्रमण के लिए जांच करायी जा रही है।’’
गायकवाड़ ने भवानी पेठ जैसे इलाकों से कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी और इससे होने वाली मौतों के लिए एक छोटे से क्षेत्र में आबादी की सघनता और लोगों के बीच चिकित्सा ज्ञान की कमी जैसे कारणों को जिम्मेदार ठहराया।
भवानी पेठ क्षेत्र से अब तक कोविड-19 के 78 मामले, कस्बा विश्रामबाग वार्ड कार्यालय के तहत आने वाले क्षेत्रों में सोमवार तक 41 मामले और ढोल पाटिल वार्ड कार्यालय क्षेत्र में 39 मामले सामने आये हैं।
मुंबई की धारावी झुग्गी बस्ती में मंगलवार तक कोरोना वायरस के 55 मामले सामने आये हैं जबकि सात व्यक्तियों की मौत हुई है। धारावी झुग्गी बस्ती एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है।
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